पहले कम ऊंचाई का पुल होने से होती थी परेशानी
बता दें कि पहले पार्वती नदी पर जो पुल बनाया गया था उसकी ऊंचाई काफी कम थी जिसके कारण बाढ़ आने पर पुल कई बार डूब जाता था और कई दिनों तक पुल के ऊपर से नदी का पानी बहने के कारण श्योपुर-कोटा का संपर्क टूट जाता था। अब इसी पुल के पास ही इस बड़े पुल का निर्माण कार्य पूरा हो चुका है जो कि पुराने पुल से काफी ऊंचा और चौड़ा है। मध्य प्रदेश सरकार ने 2018 में इस पुल के निर्माण के लिए स्वीकृति दी। इसके बाद औपचारिकताओं को पूरा करते हुए जनवरी 2021 में मध्य प्रदेश ब्रिज कॉरपोरेशन ने काम शुरू किया। लेकिन 2021 की बाढ़ ने निर्माण कार्य को प्रभावित किया, और इसके बाद प्रशासनिक अड़चनों के कारण काम रुक गया। 2023 में काम फिर से गति पकड़ पाया, और अब यह पुल निर्माण के अंतिम चरण में है। यह भी पढ़ें