दिग्विजय सिंह के रहे हैं करीबी
इसके बाद रामनिवास रावत का राजनीतिक करियर आगे बढ़ा और वह 1990, 1993, 2003 और 2008 में विधानसभा के सदस्य निर्वाचित हुए। साल 1993-1998 में राज्यमंत्री का पद संभाला और 1998 में मंत्री पद भी संभाला। इसके बाद 2000 से 2008 तक कांग्रेस कमेटी के महामंत्री का पद संभाला। वह दिग्विजय सिंह के काफी करीबी माने जाते थे। वह दिग्विजय सरकार में ही मंत्री रहे। इसके बाद साल 2013 में वह फिर से विधायक बनाए गए। साल 2018 में कांग्रेस की सरकार आई लेकिन वह चुनाव हार गए। इस बार 2023 में कांग्रेस की टिकट पर चुनाव लड़ें और विधायक बने। फिर वह भाजपा में शामिल हो गए और वन मंत्री बना दिए गए। इसी वजह से विजयपुर विधानसभा सीट में चुनाव हैं।
बता दें कि, बीते दिनों मुख्य चुनाव आयोग ने दिल्ली में प्रेस कॉन्फ्रेंस कर महाराष्ट्र और झारखंड विधानसभा चुनावों की तारीखों का ऐलान करने के साथ ही मध्यप्रदेश की बुधनी और विजयपुर विधानसभा सीट पर होने वाले उपचुनाव की तारीख भी घोषित की थी। विजयपुर और बुदनी सीट पर 13 नवंबर को चुनाव होंगे। जबकि 23 नवंबर को रिजल्ट घोषित किया जाएगा।