उल्लेखनीय है कि गुजरात के गिर अभयारण्य से कूनो नेशनल पार्क में शेरों की शिफ्ंिटग की प्रक्रिया दो दशक से चल रही है, लेकिन अभी तक शेर नहीं आए हैं। इसी के तहत सुप्रीम कोर्ट के निर्देश पर गठित एक्सपर्ट कमेटी की अनुशंसा के बाद गत वर्ष दिसंबर में कूनो को नेशनल पार्क का दर्जा मिला, वहीं अब बीते रोज केंद्रीय वन एवं पर्यावरण मंत्रालय से इंटेलिजेंस एजेंसियों से कूनो के जंगल के बारे में जानकारी मांगी है। बताया गया है कि इस रिपोर्ट में वनमंत्रालय ने कूनो के जंगल के आसपास सुरक्षा की स्थिति, जंगल में अतिक्रमण, लोकेशन आदि सहित तमाम सुरक्षा से जुड़ी जानकारियां मांगी है। बताया गया है कि इंटेलिजेंस एजेंसियों द्वारा जल्द ही अपनी रिपोर्ट भेज दी जाएगी।
प्रथम चरण में आने हैं 6 से 8 शेर
एशियाई सिंहों के दूसरे घर के रूप में बनने वाले कूनो नेशनल पार्क में पहले चरण में 6 से 8 शेर लाए जाने हैं। जिसके लिए धरातलीय स्तर पर सारी तैयारियां हो गई है। इसके तहत जहां कूनो का रकबा बढ़ा दिया गया है, वहीं नेशनल पार्क का गजट नोटिफिकेशन हो गया है। बताया जा रहा है कि अब जल्द ही एक्शन प्लान कमेटी की बैठक होगी, जिसमें शिफ्ंिटग को लेकर आगे की रणनीति तय होगी।