बता दें कि, घटना मंगलवार रात को कूनो नेशनल पार्क के पास बसे मोरावन के धुरा गांव की है। इस दौरान जयसिंह और उनकी पत्नी बसंती घर में सो रहे थे। अचानक उन्हें अपने 1 साल के पोते बॉबी के चीखने की आवाज आई। जैसे ही वो उठे, तो उनके होश उड़ गए। उन्होंने देखा कि, तेंदुए ने बच्चे के पैर को करीब-करीब अपने जबड़ों में दबा लिये थे। दोनों ने बिना सोचे समझे तेंदुए पर झपट पड़े। जय सिंह ने तेंदुए को गले से पकड़ा और बसंती ने उसके मुंह पर हमला करते हुए बच्चे को तेंदुए के मूह से छुड़ा लिया।
पढ़ें ये खास खबर- भाजपा रंग के बाद अब विवादों में आया तिरंगा घोड़ा, फिर एक्टिव हुई मेनका गांधी की संस्था
घायल हो गए दादा-दादी
खुद पर हुए अचानक से हमला होते देख शायद तेंदुआ भी हड़बड़ा गया होगा। हालांकि, उसने भी दोनों पर हमला किया। उनकी आवाजों को सुनकर परिवार के सदस्य और अन्य गांव के लोग भी तुरंत ही आ गए। लोगों की आवाजें सुनकर तेंदुए जंगल की ओर भाग निकला। इसके बाद गांवके लोग घायल बच्चे और दादा-दादी को अस्पताल लेकर पहुंचे, जहां उनका उपचार चल रहा है।
पढ़ें ये खास खबर- मानवता शर्मसार : 14 साल के AIDS पीड़ित बच्चे को घरवालों ने निकाला, दर-दर भटकने को मजबूर हुआ मासूम
हमेशा बनी रहती है दहशत
आपको बता दें कि, कूनो नेशनल पार्क होने की वजह से अकसर जंगली जानवर गांव में घुस आते हैं। आए दिन ग्रामीणों का सामना इन जंगली जानवरों से होता रहता है, जिसके चलते यहां हर वक्त ग्रामीणों के बीच दहशत बनी रहती है।
रक्षाबंधन पर गुलजार हुए बाजार, देखें Video