श्योपुर

अब प्रशासन के सामने चुनौती: 10 को आरक्षण विरोध में भारत बंद को लेकर सोशल साइटस पर वायरल हो रहा मैसेज

दो अप्रैल बंद के दौरान मुरैना भिण्ड और ग्वालियर की तुलना में श्योपुर में स्थितियां कंट्रोल में रहीं, परिणाम जिले में शांति बहाल बनी रही

श्योपुरApr 06, 2018 / 05:01 pm

Gaurav Sen

श्योपुर। दो अप्रैल बंद के दौरान मुरैना भिण्ड और ग्वालियर की तुलना में श्योपुर में स्थितियां कंट्रोल में रहीं, परिणाम जिले में शांति बहाल बनी रही। इसको लेकर जिले का पुलिस और प्रशासन राहत की सांस ले रहा है, और लेना भी चाहिए। लेकिन अभी उसकी चुनौती कम नहीं हुई है, क्योंकि १० को आरक्षण विरोध में भारत बंद के मैसेज सोशल साइटस पर वायरल हो रहे हैं, वहीं १४ अप्रैल को अंबेडकर जयंती के दिन जुलूस का आयोजन होना है। जाहिर है पुलिस और प्रशासन के समक्ष यह दोहरी चुनौती अभी बनी हुई है।


जिसपर शांति बनाए रखने को लेकर पुलिस तटस्थ भी दिख रही है और पुलिस कप्तान डॉ. शिवदयाल सिंह पूरे मामले पर नजर बनाए रखे हुए हैं। उन्होंने यह साफ संकेत भी दे दिए हैं कि यदि किसी ने सांप्रदायिक सौहार्द को बिगाडऩे का प्रयास किया, तो पुलिस अब बख्शेगी नहीं। उन्होंने जिले में पर्याप्त फोर्स होने और पुलिस की शांति बनाने को लेकर पूरी तैयारी होने की बात भी कही।


अभी अनुमति को नहीं दी सूचना
यहां बताना होगा कि जिले में 10 के बंद को लेकर चर्चाएं हैं। लेकिन अब तक पुलिस और प्रशासन के पास पर्मीशन के लिए किसी के भी द्वारा आवेदन नहीं दिया गया है। लेकिन बताया जा रहा है कि सामाजिक स्तर पर इसतरह की चर्चाएं जारी हैं, जल्द ही बंद की स्थिति भी साफ हो जाएगी।


वीडियो क्लिप से होगा हुडदंगियों का चयन
बताया जा रहा है कि २ अप्रैल बंद के दौरान जिले में जहां जहां हंगामा हुआ, पुलिस वहां वहां की वीडियो क्लिप तलाश रही है। जबकि शहर में पुलिस द्वारा स्वयं ही वीडियो क्लिप बनवाई गई। नगर निरीक्षक सुनील खेमरिया का कहना है कि वह वीडियो क्लिप से प्रदर्शन में शामिल होकर हुडदंग कर रहे लोगों का पता करेंगे।

बंद में यह लगाएं
वहीं पुलिस को कहने की बजाय करके दिखाना होगा। क्योंकि 10 और 14 को लेकर जो खबरें आ रही हैं, उसके अनुसार 10 को आरक्षण के विरोध में बंद है, वहीं 14 के अंबेडकर जुलूस में भी लोगों के बड़ी संख्या में आने की संभावता जताई जा रही है। जाहिर है इस स्थिति में पुलिस के लिए शांति बनाए रखना चुनौती होगा। यहां बताना होगा कि बंद के दौरान गनीमत ही रही कि स्थिति नियंत्रण में बनी रही, वर्ना विजयपुर वीरपुर में जिसतरह की स्थिति बनी, लोगों संग जैसे मारपीट की गई। उससे हालात काबू बाहर भी हो सकते थे।

शहर में भाइचारे का माहौल है, यह बना रहना चाहिए और यदि किसी ने इसको बिगाडऩे का प्रयास किया, तो पुलिस किसी को भी बख्शेगी नहीं।
डॉ. शिवदयाल सिंह , एसपी श्योपुर

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