परिजनों को मदद का दिया भरोसा
राहुल और प्रियंका गांधी बुधवार दोपहर को शहीद जवान अमित कुमार की तेरहवीं में शामली के रघुनाथ मंदिर पहुंचे। इस दौरान उन्होंने शहीद के परिजनों को सांत्वना और हरसंभव मदद का आश्वासन दिया। इस बीच राहुल ने मीडिया के सवालों पर कहा, आज दुख का विषय है। मैं कुछ नहीं बोलूंगा। कुछ देर वहां रुकने के बाद वे शहीद प्रदीप कुमार के घर के लिए रवाना हो गए। उनके साथ उत्तर प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष राजब्बर और ज्योतिरादित्य सिंधिया समेत स्थानीय कांग्रेस नेता भी मौजूद रहे।
14 फरवरी को पुलवामा में सीआरपीएफ के काफिले पर आतंकी हमले में शामली के लाल प्रदीप कुमार और अमित कुमार भी शहीद हो गए थे। अमित कुमार छह भाई बहनों में सबसे छोटे थे और 2017 में ही सीआरपीएफ में भर्ती हुए थे। बुधवार को जवान अमित कुमार की तेरहवीं थी। तेरहवी शामली के रघुनाथ मंदिर में हो रही थी। इसी बीच अचानक राहुल गांधी, प्रियंका गांधी व ज्योतिरादित्य सिंधिया के आने की जानकारी मिली। राहुल और प्रियंका गांधी का काफिला दिल्ली से पानीपत के रास्ते सडक़ मार्ग से शामली पहुंचा।
गमजदा बेटे को राहुल ने दिया अपना नम्बर
अमित कुमार की तेरहवीं में शामिल होने के बाद वे शहीद जवान प्रदीप कुमार के घर गए। इस दौरान उनके साथ काफी लोगों की भीड़ भी मौजूद रही। शहीद प्रदीप के परिजनों से कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी व महासचिव प्रियंका गांधी ने गले लगाकर सांत्वना दी और उनसे बातें कीं। परिजनों से उन्होंने कहा कि इस दुख की घड़ी में कांग्रेस उनके साथ है। इस दौरान उन्होंने अपने पिता की मौत का भी जिक्र करते हुए कहा कि वह इस दुख से परिचत हैं। उनके पिता के साथ भी ऐसा ही हादसा हुआ था। उन्होंने अपने पिता को खोया है। वह इस दुख को समझते हैं।