शामली। जनपद में कोरोना वायरस पर एक अलग ही वॉल पेंटिंग देखने को मिली है। जिसका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद लोगों के निशाने पर नगर पालिका आ गई। विवाद बढ़ता देख नगर पालिका ने पेंटिंग को सफेद पेंट कराकर हटवा दिया। दरअसल, शामली नगर पालिका द्वारा जो कोरोना वायरस वॉल पेंटिंग बनवाई गई है, उसमें चार हाथों वाली एक महिला डॉक्टर का एपरन पहने नजर आ रही है। जिसके हाथ में त्रिशूल है और नीचे कोरोना रूपी आदमी दिख रहा है। जिस पर महिला त्रिशूल से वार कर रही है। महिला के दाहिने हाथ में सैनिटाइजर, बाएं हाथ मे कोरोना वैक्सीन का इंजेक्शन व एक हाथ में कोरोना रूपी व्यक्ति पर त्रिशूल से वार करते हुए दिखाया गया है। वही इस वॉल पेंटिंग को लोग मां काली और भगवान शिव की प्रतिमा से जोड़कर देख रहे हैं और इसका विरोध कर रहे हैं।
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कश्मीर में पहली बार लगेगी बाबा साहब अंबेडकर की प्रतिमा, देश के कोने-कोने से पानी मंगाकर हुआ जलाभिषेक बता दें कि शामली शहर में स्वच्छ सर्वेक्षण 2021 के तहत सर्वेक्षण अभियान चलाया जा रहा है। जिसमें शहर के मुख्य चौराहों व मुख्य गलियों आदि में वॉल पेंटिंगव बैनर के जरिये सर्वेक्षण का कार्य किया जा रहा है। वहीं लोगों का कहना है कि सर्वेक्षण का कार्य तो ठीक है लेकिन कोरोना पर हिंदू देवी देवताओं को लेकर एक पेंटिंग बनाई गई है जो शामली में चर्चा का विषय बनी हुई है। संगठनों का दावा है कि काली देवी और भगवान शिव की प्रतिमा को कोरोना महामारी से जोड़ा गया है। यह भी देखें: इस वजह से नाराज विकास भवन कर्मचारियों ने किया विरोध प्रदर्शन समाजसेवी सन्नी शर्मा का कहना है कि जिस तरीके से देश में कोरोना महामारी आई थी। उसके लिए डॉक्टरों और प्रशासन ने ईश्वर के रूप में काम किया है लेकिन हिंदू देवी देवताओं की भावनाओं के साथ खेलते हुए इस तरह से चित्र कला का प्रदर्शन करना कहीं ना कहीं समाज में आघात पहुंचाने का काम किया जा रहा है। इस मामले में समाजसेवी सन्नी शर्मा ने शामली चेयरमैन राजेश्वर बंसल व ईओ नगर पालिका परिषद सुरेंद्र सिंह से इस तरह की चित्रकला को हटाए जाने की मांग की है।