यह भी पढ़ें
जिम के अंदर घुसकर दबंगों ने जिम ट्रेनर से की मारपीट, पूरी घटना सीसीटीवी कैमरे में हुई कैद
दरअसल, शनिवार को कैराना कोतवाली में आयोजित थाना समाधान दिवस में गांव गोगवान निवासी सरवर अली पुत्र अलीशान ने तहरीर देकर बताया कि मुजफ्फरनगर के सुजडू निवासी एक व्यक्ति का उनके गांव ही एक व्यक्ति से संपर्क था। सितंबर 2018 में मुजफ्फरनगर के सुजडू निवासी व्यक्ति ने अपने आपको लखनऊ सचिवालय में सहायक ऑफिसर के पद पर तैनात बताया तथा उसने एक माह बाद राजस्व विभाग में कनिष्ठ लिपिक पद पर भर्ती के फार्म निकलने की बात कही और राजस्व विभाग में कनिष्ठ लिपिक पद पर उसकी नौकरी लगवाने का वायदा किया। जिसके बाद उसने अपने गांव के व्यक्ति के माध्यम से उक्त व्यक्ति से संपर्क किया। जालसाज ने उसे दस्तावेज लेकर मुजफ्फरनगर बुला लिया। जहां पर जालसाज व उसके बेटे से उनकी मुलाकात हुई। उसके दस्तावेज देखकर उसने कहा कि राजस्व विभाग में कनिष्ठ लिपिक पद पर उसकी नौकरी लग जाएगी। जिसमें 7 लाख रुपए की रिश्वत देनी होगी। जालसाज ने उनसे कहा कि 5 लाख रुपए एडवांस देने होंगे तथा 2 लाख रुपए नौकरी लगने के बाद देने होंगे। उसी दौरान उसने कुछ रुपए उसके खाते में डाले तथा कुछ उसको नगद दे दिए।
यह भी पढ़ें: कोहरा की वजह से कार नहर में गिरी, 6 छात्र डूबे, 4 की तलाश जारी आरोप है कि पीड़ित द्वारा उक्त व्यक्ति को करीब 5 लाख रुपए नौकरी लगवाने के नाम पर दे दिये गए। पीड़ित युवक ने बताया कि ना तो उक्त व्यक्ति ने उसकी नौकरी लगवाई और ना ही उसके अब रुपए वापस लौटा रहा है। अब आरोपी उसे रुपए मांगने पर जान से मारने तथा झूठे केस में फंसाने की धमकी दे रहा है। पीड़ित युवक ने पुलिस से आरोपी के खिलाफ कार्यवाही कर रुपए वापस दिलाने की मांग की है। वहीं इस मामले में पुलिस का कहना है शिकायत के आधार पर मामले की जांच की जा रही है। जो भी तथ्य सामने आएंगे उसके आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी।