दरअसल मामला शामली के थानाभवन थाना क्षेत्र के गांव भैसानी इस्लामपुर का है, जहां सिखेड़ा थाना निवासी नूर मोहम्मद ने थाने पर तहरीर देकर भैसानी इस्लामपुर निवासी अपने दामाद असलम पर अपनी बेटी नजराना की हत्या करने का आरोप लगाया। इसके अलावा उन्हें बिना बताए शव दफनाने का आरोप लगाकर मुकदमा दर्ज कराने की मांग की थी।
उसके बाद जिला मजिस्ट्रेट के आदेश पर नायाब तहसीलदार पुलिस बल के साथ गांव में पहुंचे और शुक्रवार के दिन नजराना का शव कब्र से बाहर निकाल पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। इस दौरान मृत महिला की मां भी मौके पर पहुंची। जो कि कुछ वर्ष पूर्व अपने पति नूर मोहम्मद से अलग होकर अन्य किसी व्यक्ति से शादी कर ली थी। जिसके बाद नसीमा ने अपनी बेटी नजराना की शादी थानाभवन क्षेत्र के गांव भैसानी इस्लामपुर निवासी असलम के साथ की थी। पिता ने अपने दामाद पर अपनी बेटी की हत्या करने का आरोप लगाकर तहरीर दी थी। वहीं पुलिस ने मां नसीमा की तहरीर आत्महत्या के उकसाने की तहरीर पर मुकदमा दर्ज कर कार्रवाई की। पूरा मामला क्षेत्र में चर्चा का विषय बना हुआ है।