शामली पुलिस ऑफिस के सामने सीएम योगी आदित्यनाथ के कार्यक्रम स्थल बना गया है। जिसको लेकर के पूरी सुरक्षा व्यवस्था के इंतजाम किए गए हैं। ठीक उसी की बराबर में किसानों की सैकड़ों बीघा गेहूं की फसल को भी सीएम योगी के कार्यक्रम के चलते बर्बाद कर दिया गया है। किसानों का कहना है कि कार्यक्रम की तैयारी के चलते उनकी फसल को पुलिस और प्रशासन के अधिकारियों ने खराब कर दिया है। फसल खराब होने के बाद रोजी-रोटी का संकट मंडराने लगा है। किसानों ने अपना विरोध दर्ज कराते हुए जिला प्रशासन को चेतावनी दी है कि जल्द ही बर्बाद की गई फसल का मुआवजा नहीं दिया गया तो वह आत्मादाह करेंगे। किसानों का कहना है कि वह इस भूमि पर आजादी के समय से खेती करते आ रहे है।
सैकड़ो ऐसे किसान परिवार है, जिनकी रोजी रोटी इसी फसल से चलती है। किसानों की माने तो उन्होंने 1933 में इस जमीन को मोटी रकम देकर लिया था, लेकिन अब प्रशासन ने उस जमीन को लीज पर बताकर खाली करा दिया है। अब किसान भुखमरी की कगार पर है और शामली प्रशासन से मुआवजा दिए जाने की मांग कर रहे है। किसान प्रमोद कुमार, रामदयाल पटवारी, ईश्वर सिंह, बसंत सलेक सहित रामप्रसाद, सुभाष सहित सैकड़ों की संख्या में किसान तरस्त है। वहीं किसानों ने उत्तर प्रदेश के कैबिनेट मंत्री सुरेश राणा से भी मुलाकात की। किसानों ने कहा कि इन्हें बर्बाद की गई फसल का मुआवजा दिलाया जाए। गन्ना मंत्री सुरेश राणा का कहना है कि किसानों का नुकसान नहीं होने दिया जाएगा।