दरसअल महिला ने वर्ष 2011 में तिलहर विधायक रोशन लाल वर्मा और उनके बेटे मनोज वर्मा पर रेप और अपहरण का आरोप लगाया था। उस वक्त रोशनलाल वर्मा बसपा से विधायक थे। दबाव के चलते मामले में कोई कार्रवाई नहीं हुई और मामले की जांच सीबीसीआईडी को सौंप दी गई। महिला का आरोप है कि बीजेपी विधायक सत्ता के दबाव में सीबीसीआईडी की जांच को आगे नहीं बढ़ने दे रहे हैं। महिला पहले लखनऊ में धरने पर बैठी लेकिन आश्वासन मिलने पर वो शाहजहांपुर वापस आ गई।
पीड़ित महिला का कहना है कि जब तक बीजेपी विधायक और उनके बेटे के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं हो जाती, तब तक वो अनिश्चित कालीन धरने पर बैठी रहेगी। साथ महिला ने चेतावनी दी है कि अगर उसे न्याय नही मिला तो वो जिला अधिकारी के सामने आत्मदाह कर लेगी। इसकी पूरी जिम्मेदारी पुलिस और जिला प्रशासन की होगी। सूत्रों की मानें तो इस पूरे प्रकरण में एक सपा नेता का नाम सामने आ रहा है और सपा जिलाध्यक्ष भी महिला के धरने को समर्थन दे रहे हैं। वहीं इस मामले में पुलिस का कहना है कि पूरे मामले की जांच सीबीसीआईडी द्वारा की जा रही है। स्थानीय स्तर पर जो भी कार्रवाई संभव होगी, वो की जाएगी।