विधायक की प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान आरोप लगाने वाली महिला भी होटल में पहुंच गई और हंगामा कर दिया। महिला विधायक की प्रेस कॉन्फ्रेंस में पहुंचकर मीडिया के सामने रोशन लाल वर्मा से आमना सामना करना चाहती थी। लेकिन पुलिस ने बल पूर्वक महिला को प्रेस कॉन्फ्रेंस मे जाने से रोक लिया। इस बात से नाराज महिला होटल की सीढ़ियों पर बैठ गई। पुलिस के विरोध करने पर महिला ने शोर किया जिसे सुनकर मीडिया कर्मी मौके पर पहुंच गए। इसके बाद महिला को छोड़ दिया गया और वो बीच सड़क पर धरने पर बैठ गई। हंगामा न रुकने पर महिला को महिला पुलिस बुलाकर बल पूर्वक हटाया गया।
2011 में निगोही से बसपा विधायक रोशन लाल वर्मा पर एक महिला ने आरोप लगाया था कि विधायक रोशनलाल वर्मा और उनके बेटे मनोज वर्मा ने युवती का अपहरण कर आठ दिन तक बंधक बनाकर रखा और उसके साथ दुराचार किया। आठ दिन बाद विधायक के चंगुल से छूटी युवती ने आरोप लगाते हुए मुकदमा दर्ज कराया। दबंग विधायक की ऊंची पहुंच के चलते इस मामले की जांच सीबीसीआईडी को ट्रांसफर कर दी गई थी। आरोप है कि सीबीसीआईडी ने सत्ता के दबाव के चलते इस केस में फाइनल रिपोर्ट लगा दी और कोर्ट मे युवती के खिलाफ झूठा केस दर्ज करने के मामले में 182 की कार्रवाई का आदेश दिया। महिला की मानें तो वो सात सालों से इंसाफ के लिए शाहजहांपुर से लेकर लखनऊ तक चक्कर काट रही है।