विवादित स्थान पर मजार की सजावट पर बवाल
सहोरा गांव के बाहर मंदिर के पास में आठ-दस साल पहले मजार बना ली गई थी। तब भी दोनों पक्षों में तनातनी हो गई थी। इसके बाद से ही पुलिस ने दूसरे समुदाय के भीड़ एकत्रित करने पर प्रतिबंध लगा दिया था। पिछले दिनों किसी व्यक्ति ने मजार में झालर लगा दी थी। मंगलवार को लोगों की नजर पड़ी तो उन्होंने विरोध जताते हुए पुलिस को सूचना दी।सिंधौली थाने के इंस्पेक्टर धर्मेंद्र गुप्ता ने पहुंचकर सजावट को हटवा दिया था। बुधवार को उस मजार को क्षतिग्रस्त कर कुछ लोगों ने शिवलिंग को स्थापित कर दिया। सूचना पर भीड़ इकट्ठा हो गई। तनाव फैलने पर पुलिस मौके पर पहुंची। दोनों पक्षों को समझाया गया।
मजार के पुनर्निर्माण पर भड़के ग्रामीण
गांव के रियाजुद्दीन की तहरीर पर पुलिस ने नेवाराम और गांव के अन्य अज्ञात लोगों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कर ली थी। मौके पर पुलिस भी तैनात की गई थी। बुधवार रात में ही मजार की मरम्मत कराते हुए वहां दीवार उठा दी गई और उसके चारों ओर लोहे के कंटीले तार भी लगा दिए गए। बृहस्पतिवार सुबह जब आसपास के लोगों ने मजार का पुनर्निर्माण देखा तो वे भड़क गए।हिंदू संगठनों नेताओं के साथ आसपास के गांव के सैकड़ों लोग लाठी-डंडे लेकर मौके पर पहुंच गए। सूचना पर पुवायां के सीओ पंकज पंत और एसडीएम संजय पांडेय भी आ गए। आक्रोशित भीड़ को समझाने का प्रयास किया। इस दौरान सीओ से धक्कामुक्की भी की गई।
SDM, CO कर रहे हैं मामले की जांच
एडीएम प्रशासन संजय पांडेय और एसपी ग्रामीण मनोज अवस्थी ने भी लोगों को समझाने का प्रयास किया। इस बीच आक्रोशित भीड़ ने निर्माण ढहा दिया। इसके बाद वहां पर लोगों ने नारेबाजी करते हुए शिवलिंग रखकर पूजा-अर्चना शुरू कर दी। एडीएम प्रशासन संजय कुमार पांडेय ने बताया कि पूरे मामले की जांच पुवायां के एसडीएम और सीओ को सौंपी गई है। रिपोर्ट आने पर आगे की कार्रवाई की जाएगी। मौके पर शांति व्यवस्था कायम है।