शहर के लोग बढ़-चढ़कर अभियान में हिस्सा ले रहे हैं
शहर के लोग बढ़-चढ़कर अभियान में हिस्सा ले रहे हैं। मां कंकाली सेवा समिति के कार्यकर्ताओं ने कहा कि यह अभियान हमारा एक दिन का नहीं है। अब हम लोग आए दिन नर्मदा और अन्य तालाबों में श्रमदान करते रहेंगे। उन्होंने कहा कि शहर के युवाओं को नर्मदा, सोन अन्य नदियों सहित तालाबों के संरक्षण के लिए आगे आना चाहिए। अगर आज हम लोग इन नदियों और तालाबों का संरक्षण नहीं करेंगे तो हमारे आने वाले भविष्य के युवा पीढ़ी को न नदियां मिलेंगी और ना ही तालाब। संरक्षण के द्वारा ही नदियों और तालाबों का अस्तित्व बचाया जा सकता है। आज जलसंकट से पूरा जिला जूझ रहा है। अगर पेयजल की संकट को दूर करना है तो पहले नदियों को संरक्षण देना होगा। तालाबों को बचाना होगा। जिले में कई तालाबों का अस्तित्व खत्म होने के कगार पर पहुंच चुका है। ये तालाब लोगों को पेयजल उपलब्ध कराने में अहम भूमिका निभाते हैं। इसलिए लोगों को अब प्रशासन की तरफ नहीं देखकर खुद ही आगे आना होगा और इनका अस्तित्व बचाना होगा। मां कंकाली सेवा समिति के कार्यकर्ता सुबह से ही तालाब में श्रमदान करने के लिए जुट गए। श्रमदान के दौरान इनका उत्साह चरम पर रहा।