खाम्हीडोल धान खरीदी केन्द्र में प्रभारी की मनमानी से परेशान हो रहे किसान
शहडोल. जिले में इन दिनों उपार्जन केंद्रों में धान खरीदी काम जोरों पर चल रहा है, इसके बावजूद परिवहन की व्यवस्था नहीं बन पा रही है। किसानों को हो रही समस्या का मूल कारण धान खरीदी का काम एनसीसीएफ को दिया गया है, लेकिन खरीदी से लेकर परिवहन व मिलिंग की व्यवस्था करने में यह संस्था कमजोर नजर आ रही है। उपार्जन केन्द्रों से धान का परिवहन नहीं होने से अभी तक किसानों का भुगतान नहीं अटका हुआ है, जिससे रबी की फसल के लिए खाद खरीदने में किसान को समस्या का सामना करना पड़ रहा है। वहीं कुछ केन्द्रों में प्रभारी की मनमानी भी सामने आई है। किसानों से निर्धारित मात्रा से अधिक धान ले रहे हैं वहीं सेम्पल के नाम पर भी 5 किलो धान का अलग पैकेट लिया जा रहा है।
कई केन्द्रों से शुरू नहीं हुआ उठाव
जिले के उपार्जन केंद्रों में हजारों क्विंटल धान भरा पड़ा है, परिवहन नहीं होने के वजह से केंद्रों में अब धान रखने के लिए जगह हीं नहीं बची है। रात में धान की तकवारी से लेकर मौसम परिवर्तन होने से केन्द्र प्रभारियों को चिंता सताने लगी है। उपार्जन केंद्र रसमोहनी, जैतपुर, बिरौड़ी, खाम्हीडोल सिधली सहित ऐसे कई उपार्जन केंद्र हैं जहां से धान का परिवहन नहंीं हो रहा है। पहले सर्वेयरों को नियुक्ति में लेट लतीफी अब परिवहन की समस्या कुल मिलाकर एनसीसीएफ की लापरवाही का खामियाजा किसानों को भुगतना पड़ रहा है।
सेम्पल के नाम पर अलग से 5 किलो धान
किसानों की सुविधा लिए खाम्हीडोल में नया उपार्जन केन्द्र बनाया गया है। इस केन्द्र में किसानों के लिए कोई सुविधा नहीं है। किसानों से 40 किलो की वजह 41.200 किलोग्राम धान खरीदी की जा रही है। किसानों ने बताया कि 41 किलो 200 ग्राम धान भर्ती के लिए कहा गया है, इससे कम होने पर खरीदी के लिए मना कर दिया जाता है। इसके साथ ही प्रत्येक किसान से खरीदी के समय 5 किलो धान सेम्पल के नाम पर लिया जा रहा है।
Hindi News / Shahdol / 40 की जगह 41.2 किलो की तुलाई, सेंपल के नाम पर ले रहे पांच किलो अतिरिक्त धान