शहडोल. दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे भी ट्रेनों के कोचों को स्मार्ट बनाएगा, लेकिन इसके संसाधनों के उपकरणों की आपूर्ति बाहर से की जाएगी। इसमें खास बात यह है कि कोचों को यात्रियों के सुरक्षा उपकरणों से भी लैस करेंगे। इसके अलावा इन कोचों में पटरियों की खामी और सही आवश्यक जानकारी यात्रियों को भी मिलती रहेगी। इसके लिए कोचों में डिसप्ले बोर्ड भी लगेगा। साथ ही कोचों को खूबसूरत बनाने पर भी जोर रहेगा। इस प्रकार ट्रेनों के कोच स्मार्ट बनाने के लिए आने वाले समय में जल्द ही कई बदलाव किए जाएंगे। अभी हमसफर एक्सप्रेस के कोचों को ही सुविधाजनक बनाया जा सका है। शीघ्र ही नए कोचों की आपूर्ति शुरू कर दी जाएगी। जोन अधिकारी के मुताबिक धीरे-धीरे कोचों को बदलने का सिलसिला शुरू कर दिया जाएगा। सीसीटीवी कैमरे भी कोचों में लगाए जाएंगे। इससे अराजक तत्वों पर नजर रखी जाएगी। नए कोचों में किसी यात्री के साथ कोई अनहोनी की आशंका पर सेंसर उपकरणों का इस्तेमाल कर सुरक्षा जवानों को अलर्ट कर देंगे। ताकि मौके पर सुरक्षा में तैनात जवान कोचों में पहुंच जाएंगे। वहीं अराजक तत्वों की धर पकड़ की जाएगी। तत्काल पता चलेगी कोच की गड़बड़ी बताया गया है कि कोचों में किसी भी उपकरण आदि के गड़बड़ी होने पर इसकी जानकारी लोको पायलट और यात्रियों को भी मिलेगी। इसके लिए ट्रेनों के कोच में पैसेंजर इंफार्मेशन एंड कोच कम्प्यूटिंग यूनिट भी लगाई जाएगी। इसके तार ट्रेन के इंजन और कोचों के पहिए से भी जुड़े रहेंगे। ऐसे में रेलवे ट्रैक में हर तरह की गड़बड़ी का पता तत्काल लग जाएगा। इसकी प्रायोगिक शुरुआत रेलवे बोर्ड अध्यक्ष अश्वनी लोहानी ने रायबरेली के डिपो से कर दी है। जिसे अब पूरे जोन में स्मार्ट कोच बनाने के निर्देश दिए गए हैं। इनका कहना है इसके लिए रेल मंत्रालय द्वारा प्रावधान किया गया है। अब जो भी नए कोच बनाए जा रहे है, वह सुरक्षा संबंधी सारी सुविधाओं से अपडेट रहेंगे। अम्बिकेश साहू, पीआरओ, दपूमरे बिलासपुर जोन