अनीश ने अपने लिए बनवाया था कमरा
अनीश के परिजन आत्माराम अवधिया ने बताया कि अनीश एक महीने पहले ही घर आया था और उसने अपनी सैलरी से घर में ही एक कमरा अपने लिए बनाया था। बाद में कंपनी से फोन आ गया और वो वापस पुणे चला गया था। अब अनीश की मौत की खबर आई। परिजन अनीश के बनवाए गए उस कमरे को देखकर बेसुध हो रहे हैं। अनीश की मां बार-बार कमरे में जाती है और बेटे को ढूंढ रही है।
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पुलिस की कार्यप्रणाली से परिजन नाराज
अनीश के परिजन पुलिस की कार्यप्रणाली से नाराज हैं उनका कहना है कि नशे में बिल्डर का नाबालिग बेटा 200 की स्पीड से कार दौड़ा रहा था इसके बाद भी नार्मल केस बनाया जा रहा है। उनका कहना है कि ये दुर्घटना नहीं, बल्कि हत्या है। आरोपी की जमानत रद्द होनी चाहिए । परिजनों का कहना है कि पुलिस 304 के तहत कार्रवाई कर आरोपी को न्यायालय में प्रस्तुत करे इसके बाद न्यायालय निर्णय लेगी कि कार चलाने वाला अण्डर एज है या नहीं। परिजनों का आरोप है कि पुलिस ने न तो मेडिकल रिपोर्ट प्रस्तुत की और न ही कोई और साक्ष्य।
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