निजी संस्था को जिम्मेदारी सौंप दी गई है
ऐसी दशा में युवाओं को रोजगार परक शिक्षा पर ध्यान देने की बजाय जिला रोजगार कार्यालय को बंद करने की तैयारी चल रही है। किराए के भवन में संचालित जिला रोजगार कार्यालय को प्लेसमेन्ट सेन्टर के रूप में डेपलप करने के लिए यशस्वी नामक एक निजी संस्था को जिम्मेदारी सौंप दी गई है और रोजगार कार्यालय के पूरे स्टाफ को औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान में भेजने की तैयारी कर ली गई है। जिला रोजगार कार्यालय में निजी संस्था के फर्नीचर्स, कम्प्यूटर्स सहित अन्य कई सामग्रियां आ चुकी है और एक भरती अधिकारी की नियुक्ति भी हो चुकी है। इधर, रोजगार कार्यालय के सभी फनीचर्स व अन्य सरकारी दस्तावेजों को आईटीआई में भेजा जा चुका है। अब रोजगार कार्यालय के कर्मचारियों को सिर्फ शासन के अगले आदेश का इंतजार है।
अधिकारी व पांच कर्मचारी होगे प्रभावित
बताया गया है कि जिला रोजगार अधिकारी सीमा वर्मा को भोपाल मुख्यालय बुलाया जा सकता है और कार्यालय में पदस्थ बाबू दिवाकर सिंह, रामसहाय केवट एवं राजश्री अहिरवार और भृत्य माहू लाल एवं प्रशांत कुमार सोनवानी को आईटीआई में स्थानांतरित किए जाने की तैयारी है। यह सभी कर्मचारी असमंजस स्थिति में है कि आईटीआई में आखिर उनसे कौन सा नया काम करवाया जाएगा।
निजी कम्पनी के कक्ष बनकर तैयार
जिला रोजगार कार्यालय में निजी कम्पनी यशस्वी के कान्सेप्ट के सभी कक्ष तैयार हो चुके है। जिसके तहत कम्प्यूटर कक्ष, काउंसलिंग कक्ष, रिसेप्सन, कान्फे्रन्स कक्ष सहित अधिकारियों के चैम्बर तैयार किए जा चुके हैं और वहां फनीचर्स भी रख दिए गए है। साथ ही भरती अधिकारी ने अपना काम करना भी शुरू कर दिया है। पता चला है निजी संस्था द्वारा बेरोजगारों के लिए जॉब फेयर व काउसंलिग की गतिविधियां संचालित की जाएगी।
जिला रोजगार अधिकारी लंबी छुट्टी पर
बताया गया है जिला रोजगार अधिकारी सीमा वर्मा पिछले 15 फरवरी से आगामी 15 अगस्त तक चाइल्ड केयर लीव पर हैं। उनका प्रभार डिंडौरी जिले की रोजगार अधिकारी सुषमा विश्वकर्मा को दिया गया है। हालात यह है कि रोजगार कार्यालय से संबंधित अधिकारी स्तर के कार्यों को निपटाने के लिए स्टाफ को डिंडोरी जाना पड़ता है। प्रभारी अधिकारी भी आज तक शहडोल के रोजगार कार्यालय नहीं आई हैं।
इनका कहना है
प्रदेश के संभागीय मुख्यालयों के जिला रोजगार कार्यालयों को प्लेसमेन्ट सेन्टर के रूप में उन्नयन किया जा रहा है, जिसमें शहडोल का जिला रोजगार कार्यालय भी शामिल है। यशस्वी संस्था को सेन्टर की जिम्मेदारी दी जा चुकी है और रोजगार कार्यालय के रिकार्ड व फर्नीचर्स आईटीआई भेज जा चुके हैं। अब सिर्फ शासन के अगले आदेश का इंतजार किया जा रहा है।
सुषमा विश्वकर्मा, जिला रोजगार अधिकारी, डिंडोरी एवं प्रभारी शहडोल