बता दें कि ये पूरा मामला एमपी का आदिवासी बाहुल्य क्षेत्र शहडोल जिले का है। यहां कुशाभाऊ ठाकरे जिला अस्पताल में एक बांडेड डेंटिस्ट महिला ने सिविल सर्जन पर गंभीर आरोप लगाते हुए मदद की गुहार लगाई है।
जानें क्या बोली पीड़िता…
मामले में पीड़िता ने जिला अस्पताल के सिविल सर्जन पर गंभीर आरोप लगाए हैं। उसका कहना है कि जिला अस्पताल के सिविल सर्जन उन्हें प्रताड़ित करते हैं। वह अकेली महिला स्वास्थ्यकर्मी नहीं हैं, जो सिविल सर्जन से प्रताड़ित हों। बल्कि और भी ऐसी कई महिला स्वास्थ्यकर्मी उनकी प्रताड़ना की शिकार हैं। वीडियो के माध्यम से पीड़िता ने पीएम नरेंद्र मोदी के साथ ही एमपी के सीएम डॉ. मोहन यादव से सिविल सर्जन को पद से हटाने और मामले की जांच की मांग की है।
सिविल सर्जन पर लगाए गंभीर आरोप
बता दें कि संभाग का सबसे बड़ा कुशा भाऊ जिला अस्पताल अक्सर विवादों में बना रहता है। यहां रेडियोग्राफर पूजा दिवान ने कमिश्नर, आईजी, कलेक्टर, एसपी से सुरक्षा की गुहार लगाई थी। अब बांडेड डेंटिस्ट महिला डॉक्टर का भी मदद की गुहार लगाता वीडियो सामने आ गया है। पीड़िता ने सिविल सर्जन पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा है कि, जिला अस्पताल में पदस्थ सिविल सर्जन डा. जीएस परिहार उन्हें डरा-धमका कर प्रताड़ित करते हैं। सिविल सर्जन उन्हें कई तरह से प्रताड़ित करते हैं।
बोली- मैं बहुत डरी हुई हूं
पीड़िता का कहना है कि ‘मैं बहुत डरी हुई हूं। अब इस बात का डर सता रहा है कि प्रभावशाली सिविल सर्जन के खिलाफ उन्होंने जो मोर्चा खोला है, उसका खामियाजा कहीं उन्हें किसी मामले में फंसा कर न उठाना पड़ जाए।’ साथ ही पीड़िता ने खुद को जान का खतरा भी बताया है। पीड़िता का कहना है कि ‘अगर उन्हें कुछ होता है तो उसके लिए सिविल सर्जन जिम्मेदार होगा।’