दक्षिण वनमंडल अधिकारी एचएस मिश्रा ने बताया कि बुधवार की दोपहर 12 बजे वन विभाग के गश्ती दल ने गोपालगंज बीट के रिजर्व फारेस्ट में दतनी तालाब के पास एक बाघ को देखा, जो कि कुछ-कुछ दूरी पर चलने के बाद गिर जाता था। बाघ की तेज सांस चल रही थी। बाघ के बीमार होने की संभावना जताते वनकर्मियों से सूचना मिली। डीएफओ ने तुरंत वन्यप्राणी विशेषज्ञ चिकित्सक अखिलेश मिश्रा, वन परिक्षेत्र अधिकारी, उडऩदस्ता और लखनवाड़ा थाना पुलिस को भी सूचना दी।
डीएफओ दल-बल के साथ शाम चार बजे मौके पर पहुंचे। देखा कि बाघ लेटा हुआ थाा। तब गाडिय़ों के हार्न बजाकर बाघ को उठाने के प्रयास किए गए, लेकिन बाघ में कोई हलचल नहीं हुई। तब वन्यप्राणी चिकित्सक डॉक्टर मिश्रा ने बाघ के पास पहुंचकर उसकी पड़ताल कर मृत होना बताया।
सभी अंग सुरक्षित, आज होगा पीएम
डीएफओ ने बताया कि बाघ वयस्क है। शव पर कोई भी बाहरी निशान नहीं देखे गए हैं। बाघ के नाखून और दांत सुरक्षित हैं। यह संभव है बीमारी के कारण उसकी मौत हुई हो। बाहर से कुछ निशान नहीं है। बाघ के शव को वन अमले ने अपने कब्जे में लेकर लामाज्योति रेस्टहाउस पहुंचाया है। जहां गुरुवार को वन्यप्राणी चिकित्सक अखिलेश मिश्रा के अलावा अन्य दो डॉक्टर की टीम पोस्टमार्टम करेगी। पूरा पोस्टमार्टम एमपीसीए के निर्देशन में होगा।