भीमगढ़. क्षेत्र में झोलाछाप डॉक्टर मरीजों का इलाज कर रहे हैं। ऐसे में मरीजों की जान पर बन आ रही है। हैरानी की बात यह है कि यह सब जानकार भी जिम्मेदार मौन हैं। कार्रवाई भी महज औपचारिकता के लिए की जा रही है। शिकायत के आधार पर लगभग नौ माह पहले प्रशासन, स्वास्थ्य विभाग एवं पुलिस ने संयुक्त रूप से क्षेत्र में संचालित एक दवाखाना पर कार्रवाई की थी। झोलाछाप डॉक्टर से जब उनकी डिग्री मांगी गई तो उन्होंने फोटोकॉपी दिखाई दी। अधिकारी इससे संतुष्ट नहीं हुए और उन्होंने दवाखाना सील कर दिया था। बड़ी बात यह है कि लगभग नौ माह बाद उसी झोलाछाप डॉक्टर ने फिर से मरीजों के जान से खिलवाड़ करना शुरु कर दिया है। ऐसे में प्रशासन की व्यवस्था पर सवाल खड़ा हो रहा है।
एक नहीं दो बार दवाखाना हो चुकी सील
जिम्मेदारों ने शिकायत के बाद कार्रवाई की। झोलाझाप डॉक्टर का दवाखाना 18 मई 2022 को सील किया था। इसके कुछ दिनों बाद दुकान की सील तोडकऱ झोलाछाप डॉक्टर ने फिर से दवाखाना चालू कर दिया। इसके बाद जनवरी 2024 में फिर से कार्रवाई हुई और दवाखाना सील हुआ। इस बार झोलाछाप डॉक्टर ने फिर से सील तोड़ा और दवाखाना का पूरा सामान कही और लेकर चला गया और फिर से मरीजों के जान से खिलवाड़ करने लगा।
जिम्मेदारों ने शिकायत के बाद कार्रवाई की। झोलाझाप डॉक्टर का दवाखाना 18 मई 2022 को सील किया था। इसके कुछ दिनों बाद दुकान की सील तोडकऱ झोलाछाप डॉक्टर ने फिर से दवाखाना चालू कर दिया। इसके बाद जनवरी 2024 में फिर से कार्रवाई हुई और दवाखाना सील हुआ। इस बार झोलाछाप डॉक्टर ने फिर से सील तोड़ा और दवाखाना का पूरा सामान कही और लेकर चला गया और फिर से मरीजों के जान से खिलवाड़ करने लगा।
यह है पूरा मामला
विकासखंड छपारा के ग्राम भीमगढ़ में शिकायत के आधार पर 9 जनवरी 2024 को दवाखाना सील किया था। अधिकारियों ने बताया कि दवाखाना में काफी होम्योपैथिक दवा मिली। एलोपैथिक दवाओं की पर्ची भी पाई गई। वैध दस्तावेज भी नहीं मिले। अनाधिकृत उपचार किए जाने का मामला पाए जाने पर दवाखाना सील कर दिया गया। हालांकि इसके बाद मामला ठंडे बस्ते में चला गया।
विकासखंड छपारा के ग्राम भीमगढ़ में शिकायत के आधार पर 9 जनवरी 2024 को दवाखाना सील किया था। अधिकारियों ने बताया कि दवाखाना में काफी होम्योपैथिक दवा मिली। एलोपैथिक दवाओं की पर्ची भी पाई गई। वैध दस्तावेज भी नहीं मिले। अनाधिकृत उपचार किए जाने का मामला पाए जाने पर दवाखाना सील कर दिया गया। हालांकि इसके बाद मामला ठंडे बस्ते में चला गया।
इनका कहना है….
मैंने जांच प्रतिवेदन अधिकारी को पहुंचा दिया है। अब वहीं से अगली कार्रवाई की जानी है।
जयपाल सिंह ठाकुर, सीएमएचओ, सिवनी
मैंने जांच प्रतिवेदन अधिकारी को पहुंचा दिया है। अब वहीं से अगली कार्रवाई की जानी है।
सीएस इवनाती, ब्लॉक मेडिकल ऑफिसर, छपारा
दवाखाना सील होने के बाद उसे किस प्रक्रिया के तहत तोड़ा गया, यह मैं दिखवाता हूं। कार्रवाई अवश्य की जाएगी।जयपाल सिंह ठाकुर, सीएमएचओ, सिवनी