सिवनी. पांढुर्ना जिले के सौंसर में स्थित रेल ब्रिज नंबर-94 में आई दरार के चलते नागपुर-शहडोल(11201) एक्सप्रेस आए दिन देरी से चल रही है। हालांकि मंगलवार को इस ट्रेन ने लेटलतीफी का रिकॉर्ड बनाया। साढ़े सात घंटे की देरी से शाम 7.30 बजे सिवनी स्टेशन पहुंची। जबकि इस ट्रेन के सिवनी पहुंचने का निर्धारित समय दोपहर 11.56 बजे है। ट्रेन के देरी से चलने के कारण यात्रियों को परेशानी का सामना करना पड़ा। दिन भर यात्री इस ट्रेन का इंतजार स्टेशन पर करते रहे। वहीं कई यात्रियों को दो से तीन बार घर से आना-जाना करना पड़ा। बताया जाता है कि यह ट्रेन नागपुर से ही दोपहर 1 बजे रवाना की गई। हालांकि इसके पीछे वजह का पता नहीं चल पाया। सिवनी स्टेशन पर ट्रेन का इंतजार कर रहे एक यात्री ने बताया कि एप पर ट्रेन के रनिंग स्टेटस की जानकारी नहीं मिल रही थी। स्टेशन पर आकर पूछा तो पहले बताया गया कि ट्रेन दो बजे आएगी। इसके बाद चार बजे और फिर साढ़े सात बजे ट्रेन पहुंची। स्टेशन पर फोन सुविधा भी नहीं है। बड़ी बात यह है कि जब स्टेशन के लोगों को ही जानकारी नहीं होगी तो वे यात्रियों को क्या बताएंगे।
ब्रिज नंबर-94 में दरार की वजह से परेशानी
अगस्त 2024 में सिवनी-छिंदवाड़ा-नागपुर रेल सेक्शन में सौंसर के पास रेलवे ब्रिज नंबर-94 में दरार आ गई। तब से ही छिंदवाड़ा से भंडारकुंड तक रेल सेक्शन सस्पेंड चल रहा है। इस सेक्शन में कोई भी ट्रेन का परिचालन नहीं हो रहा है। नागपुर-शहडोल एक्सप्रेस एवं शहडोल-नागपुर एक्सप्रेस नागपुर से डायवर्ट मार्ग से वाया आमला होते हुए छिंदवाड़ा, सिवनी, जबलपुर से होते हुए शहडोल तक चलाई जा रही है। इसी डायवर्ट मार्ग से इस ट्रेन का परिचालन लगभग ढाई माह से हो रहा है। जिसकी वजह से ट्रेन आए दिन देरी से चल रही है। रेलवे से जुड़े जानकारों का कहना है कि जब तक ट्रेन पूर्व निर्धारित रूट से नहीं चलती है तब तक नागपुर-शहडोल एक्सप्रेस के देरी से चलने का सिलसिला जारी रहेगा।
अगस्त 2024 में सिवनी-छिंदवाड़ा-नागपुर रेल सेक्शन में सौंसर के पास रेलवे ब्रिज नंबर-94 में दरार आ गई। तब से ही छिंदवाड़ा से भंडारकुंड तक रेल सेक्शन सस्पेंड चल रहा है। इस सेक्शन में कोई भी ट्रेन का परिचालन नहीं हो रहा है। नागपुर-शहडोल एक्सप्रेस एवं शहडोल-नागपुर एक्सप्रेस नागपुर से डायवर्ट मार्ग से वाया आमला होते हुए छिंदवाड़ा, सिवनी, जबलपुर से होते हुए शहडोल तक चलाई जा रही है। इसी डायवर्ट मार्ग से इस ट्रेन का परिचालन लगभग ढाई माह से हो रहा है। जिसकी वजह से ट्रेन आए दिन देरी से चल रही है। रेलवे से जुड़े जानकारों का कहना है कि जब तक ट्रेन पूर्व निर्धारित रूट से नहीं चलती है तब तक नागपुर-शहडोल एक्सप्रेस के देरी से चलने का सिलसिला जारी रहेगा।
मध्य रेलवे भी नहीं दे रही प्राथमिकता
नागपुर-शहडोल एक्सप्रेस एवं शहडोल-नागपुर एक्सप्रेस ट्रेन मध्य रेलवे नागपुर मंडल की है। इसके बावजूद भी इस ट्रेन को प्राथमिकता नहीं दी जा रही है। नागपुर से ट्रेन के रवाना होने का समय सुबह 8 बजे है। बताया जाता कि नागपुर में यह ट्रेन प्लेटफॉर्म पर समय पर खड़ी भी हो गई थी। इसके बावजूद भी मध्य रेलवे ने इसे मंगलवार को दोपहर एक बजे रवाना किया। बताया जाता है कि इस ट्रेन से आय भी रेलवे को नहीं हो रही है। ऐसे में इसे प्राथमिकता भी नहीं दी जा रही है। यह ट्रेन आए दिन सिवनी दोपहर साढ़े तीन बजे के आसपास पहुंच रही है।
नागपुर-शहडोल एक्सप्रेस एवं शहडोल-नागपुर एक्सप्रेस ट्रेन मध्य रेलवे नागपुर मंडल की है। इसके बावजूद भी इस ट्रेन को प्राथमिकता नहीं दी जा रही है। नागपुर से ट्रेन के रवाना होने का समय सुबह 8 बजे है। बताया जाता कि नागपुर में यह ट्रेन प्लेटफॉर्म पर समय पर खड़ी भी हो गई थी। इसके बावजूद भी मध्य रेलवे ने इसे मंगलवार को दोपहर एक बजे रवाना किया। बताया जाता है कि इस ट्रेन से आय भी रेलवे को नहीं हो रही है। ऐसे में इसे प्राथमिकता भी नहीं दी जा रही है। यह ट्रेन आए दिन सिवनी दोपहर साढ़े तीन बजे के आसपास पहुंच रही है।
एक घंटे देरी से आई शहडोल-नागपुर एक्सप्रेस
मंगलवार को शहडोल-नागपुर(11202) एक्सप्रेस भी सिवनी ट्रेन एक घंटे की देरी से दोपहर दो बजे पहुंची। जबकि इस ट्रेन के सिवनी पहुंचने का निर्धारित समय दोपहर 12.53 बजे है।
मंगलवार को शहडोल-नागपुर(11202) एक्सप्रेस भी सिवनी ट्रेन एक घंटे की देरी से दोपहर दो बजे पहुंची। जबकि इस ट्रेन के सिवनी पहुंचने का निर्धारित समय दोपहर 12.53 बजे है।
ट्रेनों की जानकारी के लिए बनानी होगी व्यवस्था
डायवर्ट ट्रेनों का रनिंग स्टेटस की जानकारी एप पर नहीं मिल पा रही है। रेलवे स्टेशन पर भी फोन न होने की वजह से लोग जानकारी नहीं ले पा रहे हैं। स्टेशन पर भी पहुंचने के बाद ट्रेन की स्थिति पता नहीं चल पा रही है। ऐसे में जरूरी है कि रेलवे ट्रेनों के लोकेशन की जानकारी देने के लिए एक व्यवस्था बनाए।
डायवर्ट ट्रेनों का रनिंग स्टेटस की जानकारी एप पर नहीं मिल पा रही है। रेलवे स्टेशन पर भी फोन न होने की वजह से लोग जानकारी नहीं ले पा रहे हैं। स्टेशन पर भी पहुंचने के बाद ट्रेन की स्थिति पता नहीं चल पा रही है। ऐसे में जरूरी है कि रेलवे ट्रेनों के लोकेशन की जानकारी देने के लिए एक व्यवस्था बनाए।