आदेगांव थाना में शनिवार को एक युवक ने पहुंचकर शिकायत किया कि उस पर कुछ लोगों ने जबरजस्ती रंग डाल दिया है। इस पर थाना प्रभारी ने गश्त कर रहे एएसआई राजेश सक्सेना को मौके पर जाकर स्थिति का अवलोकन करने और अनावेदक से पूछताछ करने भेजा। जब एएसआई पहुंचे तो आरोपियों ने उनसे धक्का-मुक्की करना शुरू कर दिया। उनके साथ आरक्षक शैलेंद्र परते भी थे। उनसे भी वे उलझ गए।
इसकी सूचना मिलने पर थाना प्रभारी ने क्षेत्र में मौजूद ज्योतेश्वर धुर्वे को मौके पर भेजा। जब आरक्षक धुर्वे वहां पहुंचे तो आरोपियों ने उनकी पिटाई कर दी। थाने पहुंचकर आरक्षक ने इसकी रिपोर्ट दर्ज कराई। उनकी शिकायत पर अक्षय अवधिया सहित चार लोगों के खिलाफ नामजद प्रकरण दर्ज किया गया है। सभी पर धारा 353, 332, 294 व 506 के तहत कार्रवाई की गई है। बताया जा रहा है कि इस मामले में आरोपियों के खिलाफ एससी/एसटी की धाराए नहीं लगी है।
इस संबंध में थाना प्रभारी पूजा चौकसे ने बताया कि उच्चाधिकारी को पूरे मामले से अवगत कराया गया। उनके निर्देश पर प्रकरण दर्ज किया गया है।
इस संबंध में थाना प्रभारी पूजा चौकसे ने बताया कि उच्चाधिकारी को पूरे मामले से अवगत कराया गया। उनके निर्देश पर प्रकरण दर्ज किया गया है।
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थाना प्रभारी से भी आरोपी कर चुके है हाथापाई
बताया जा रहा है कि आरोपियों ने पूर्व में आदेगांव थाना पर तैनात एक प्रभारी से भी हाथापाई किए थे। इस घटना के बाद यह बात सुर्खियों में रही। इस संबंध में थाना प्रभारी चौकसे ने बताया कि इस मामले में अधिक जानकारी नहीं है। जिस थाना प्रभारी के साथ हाथापाई की बात चर्चा में है। उनसे मेरी बात नहीं होती है। इन सबके बीच सवाल यह है कि कहीं आदेगांव पुलिस बैकफुट पर तो नहीं है। उक्त थाना क्षेत्र में आरोपियों के हौसले बुंलद नजर आ रहे हैं।
थाना प्रभारी से भी आरोपी कर चुके है हाथापाई
बताया जा रहा है कि आरोपियों ने पूर्व में आदेगांव थाना पर तैनात एक प्रभारी से भी हाथापाई किए थे। इस घटना के बाद यह बात सुर्खियों में रही। इस संबंध में थाना प्रभारी चौकसे ने बताया कि इस मामले में अधिक जानकारी नहीं है। जिस थाना प्रभारी के साथ हाथापाई की बात चर्चा में है। उनसे मेरी बात नहीं होती है। इन सबके बीच सवाल यह है कि कहीं आदेगांव पुलिस बैकफुट पर तो नहीं है। उक्त थाना क्षेत्र में आरोपियों के हौसले बुंलद नजर आ रहे हैं।
वर्जन –
पुलिस के साथ मारपीट नहीं हुई है। धक्का-मुक्की हुई है। शासकीय कार्य में बाधा डालने सहित अन्य धाराओ में प्रकरण दर्ज हुआ है। शिकायतकर्ता शासकीय कर्मचारी हैं। वह ड्यूटी करने गए थे। इसलिए एससी/एसटी की धारा नहीं लगी है।
– राकेश कुमार सिंह, पुलिस अधीक्षक सिवनी
पुलिस के साथ मारपीट नहीं हुई है। धक्का-मुक्की हुई है। शासकीय कार्य में बाधा डालने सहित अन्य धाराओ में प्रकरण दर्ज हुआ है। शिकायतकर्ता शासकीय कर्मचारी हैं। वह ड्यूटी करने गए थे। इसलिए एससी/एसटी की धारा नहीं लगी है।
– राकेश कुमार सिंह, पुलिस अधीक्षक सिवनी