Pench Tiger Reserve: मेरे जैसे बहादुर बच्चों… मुझे मेरे दोस्त चीतल ने बताया कि आप लोग बहुत अच्छे हो और हम जंगली जानवरों से बहुत प्यार करते हो। हम एक-दूसरे पर निर्भर हैं। मैं न रहा तो पूरी खाद्य श्रृंखला बिगड़ेगी… सिवनी में बच्चों को बाघ, तेंदुआ, बारहसिंघा, चीतल, लंगूर, पेड़, पौधों की चिट्ठियां हैं। बच्चे भी इसे पाकर खुश हैं। दरअसल, ये चिट्ठियां पेंच टाइगर रिजर्व प्रबंधन की बच्चों को जंगल व वन्य जीवों से जोडऩे की एक पहल है।
स्कूल के छात्रों के नाम आने वाली ये चिट्ठियां बच्चे पढ़कर एक-दूसरे का सुना रहे हैं। वन और वन्यप्राणियों के बारे में बच्चों को जागरुक करने की यह कवायद काफी प्रभावशाली साबित हो रही है।