योजना से संबंधित समिति के पास उपलब्ध दस्तावेजों के आधार पर की गई जांच की रिपोर्ट परिषद एवं सक्षम अधिकारी के समक्ष प्रस्तुत किया जाएगा। पार्षद राजिक अकील ने कहा कि नपा अंतर्गत नवीन जलावर्धन योजना में की गई वित्तीय अनियमित्ताओं की जांच के लिए परिषद की सर्वसम्मति से समिति का गठन किया गया था। समिति की बैठक में लगातार नवीन जलावर्धन से संबंधित दस्तावेज एवं नक्शे की छायाप्रति की मांग की गई, लेकिन इससे संबंधित कोई दस्तावेज उपलब्ध नहीं कराया।
इससे प्रतीत होता है कि मुख्य नगरपालिका अधिकारी दस्तावेज न देकर योजना में हुई अनियमित्ताओं को छिपाने का प्रयास कर रही है। जांच समिति ने योजना के उपलब्ध दस्तावेज के अवलोकन एवं स्थल निरीक्षण के आधार पर जांच रिपोर्ट तैयार किया है। रिपोर्ट में बताया गया है कि योजना की डीपीआर के अनुरूप धरातल पर कार्य नहीं हुआ है।
डीपीआर में दर्ज नक्शे अनुरूप पाईप लाईन नहीं बिछाई गई है। कुछ अवैध कालोनियों में भी नियम विरुद्ध पाईप लाईन बिछाई गई है। इससे प्रतीत होता है कि अवैध कालोनाईजर से सांठगांठ कर उसे आर्थिक लाभ पंहुचाने के उद्देश्य से कार्य किया गया है। पाईप लाईन बिछाते समय सीसी एवं डामर रोड पर कटर का इस्तेमाल नहीं किया गया। इसके कारण नगरपालिका की सड़के क्षतिग्रस्त हो गई है।
पाईप लाईन बिछाते समय लाईन को समतल करने के लिए न तो डीपीआर अनुरूप खुदाई हुई और न ही पाईप के नीचे मुरम बिछाई गई। पाईप के नीचे कुशन न होने के कारण पाईप कभी भी क्षतिग्रस्त हो सकती है। पानी का दबाव कम ज्यादा हो रहा है।
सभी नवीन कनेक्शनों में पानी के मीटर एवं आधा इंच वाल्ब कही नहीं लगाए गए हैं। मीटरों एवं वाल्बों का नपा ने भुगतान कर दिया है। नवीन कनेक्शन धारियों को 16 फीट आधा इंच पीवीसी पाईप दिए गए हैं, जो किए गए अनुबंध से कम हैं। गुणवत्ता विहीन पाईपों का इस्तेमाल किया गया है।
अनुबंध में उल्लेख पानी का दबाव (प्रेसर) और पानी जितनी मात्रा में उपभोक्ता को मिलना चाहिए। वह नहीं मिल रहा है।
योजना का संचालन, संधारण पांच वर्ष के लिए नगरपालिका परिषद की ओर से ठेकेदार को योजना का कार्य पूर्ण न होने पर भी ठेकेदार को हेंडओवर कर दिया गया था। लगभग तीन वर्ष पूर्ण होने जा रहें है लेकिन ठेकेदार का तकनीकी अमला और मेन पॉवर पर्याप्त मात्रा में नहीं है।
सिवनी नगरपालिका में कार्यरत जलप्रदाय कर्मचारी ही मरम्मत कार्य कर रहे हैं। जब तक निम्नलिखित बिन्दुओं का पूरी तरह से निराकरण नहीं हो जाता तब तक नवीन जलावर्धन योजना के ठेकेदार को सिवनी नगरपालिका की ओर से कोई भुगतान न किया जाए।
वर्जन –
समिति को डीपीआर का अवलोकन करने के लिए बुलाया गया था। डीपीआर 400 पेज का है। यह शासकीय दस्तावेज हैं। देने के बाद इसके सोशल मीडिया में वायरल होने की संभावना रहती हैं। इसलिए नहीं दिया गया।
– पूजा बुनकर, सीएमओ नगर पालिका सिवनी