दरअसल इन दिनों एमपी में मानसून (MP Monsoon) कहर बरपा रहा है। भारी बारिश से एमपी के कई गांव और शहर पानी में डूबे हैं। इनमें से एक गांव है सिवनी जिले का जोराबाड़ी। बाढ़ के कारण इस गांव का संपर्क पूरी तरह से टूट गया। ऐसे हालात में एक गर्भवती को प्रसव पीड़ा शुरू हो गई।
बाढ़ के पानी में अस्पताल पहुंचना तो दूर किसी डॉ. को यहां तक बुलाना भी नामुमकिन था। ऐसे में जिला कलेक्टर की सूझ-बूझ काम आई और फिल्म 3 इडियट्स (3 Idiots) की तर्ज पर गर्भवती की सफल और सुरक्षित डिलीवरी कराई गई।
ऐसे काम आए 3 इडियट्स की डॉ. करीना कपूर के टिप्स और कौन बना रैंचो
दरअसल सिवनी के कई गांवों में बाढ़ (Seoni Flood) के कारण हाहाकर मचा हुआ है। इस बीच जोराबाड़ी गांव में गर्भवती रवीना बंशी लाल उइके को प्रसव पीड़ा शुरू हो गई। लेकिन हालात ऐसे थे कि न तो रवीना अस्पताल जा सकती थी और ना ही डॉक्टर रवीना के पास आ सकते थे।ये भी पढ़ें: Ladli Behna Yojana: लाडली बहना के लिए डबल खुशी लाया सावन महीना, सीएम मोहन यादव ने किया बड़ा ऐलान
कलेक्टर संस्कृति जैन ने तुरंत लिया एक्शन
कलेक्टर संस्कृति जैन (Seoni Collector) ने मामले पर तुरंत एक्शन लिया। उनके आदेश पर रवीना की डिलीवरी कराने डॉक्टरों और एसडीईआरएफ की टीम को जोराबाड़ी गांव (jorabari Village Seoni) भेजा गया। लेकिन बीच रास्ते में उफनते नाले को पार नहीं कर सकी। ऐसे में कलेक्टर की सूझ-बूझ काम आई और रवीना की डिलीवरी करवाने में फिल्म ‘3 इडियट्स’ में बारिश से रास्ते बंद हुए तो अभिनेता आमिर खान (रैंचो) ने फोन पर डॉक्टर की भूमिका अदा करने वालीं करीना कपूर से मिले टिप्स फॉलो किए गए। इसके तहत गांव की दाई को रवीना के घर भेजा गया और फोन पर ही डॉक्टरों के दिए गए निर्देश पर दाई ने रवीना की सुरक्षित डिलीवरी करवाई।
ये है पूरा घटनाक्रम
इस आपातकालीन स्थिति में परिवार ने आशा कार्यकर्ता के माध्यम से जिला स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. मनीषा सिरसाम को कॉल कर सूचना दी। उनको बताया कि ग्राम जोरावाड़ी में गर्भवती रवीना उइके का प्रसव होना है वह महिला हाईरिस्क पर है। इसके बाद डॉ. मनीषा सिरसाम ने चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी को मामले की जानकारी दी। उनको बताया कि एक हाईरिस्क गर्भवती महिला रवीना बाढ़ में फंसी है। उसी समय कलेक्टर संस्कृति जैन का कॉल मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी के पास आया। उन्होंने निर्देश दिए कि तत्काल आप डॉक्टर की टीम जोरावाड़ी भेजें। महिला का सुरक्षित प्रसव कराएं। नाले में बाढ़ होने के कारण मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी ने कहा कि एसडीइआरएफ की टीम को भी भेज रहे हैं।
बता दें कि कलेक्चर के निर्देशन पर मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी ने जिला स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. मनीषा सिरसाम के मार्गदर्शन में टीम को रवाना किया। इस टीम में जिला स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. सिरसाम, मेंटर कविता वाहने, नर्सिंग सुनीता यादव और आशा कार्यकर्ता कामता मरावी थी। टीम गांव के पास पहुंची, लेकिन नाले में बाढ़ का पानी इतना तेज था कि एसडीइआरएफ और डॉक्टर्स की टीम नाला पार नहीं कर सकी।
दायी को बुलाकर फोन पर निर्देश देते हुए कराई डिलीवरी
जिला स्वास्थ्य अधिकारी (District Health Officer) डॉ. सिरसाम ने आशा के पति को कॉल कर बात की। उनको कहा कि तत्काल ग्राम की प्रशिक्षित दाई से बात कराएं। उन्होंने जिला स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. सिरसाम की दाई से बात कराई। डॉ. सिरसाम के निर्देश पर दाई तत्काल गर्भवती महिला रवीना के घर पहुंच गई और उनके मार्गदर्शन में महिला का सुरक्षित प्रसव कराया। महिला का प्रसव कराने तक जिले की टीम नाले के पास रुकी रही और दाई को फोन पर मार्गदर्शन देती रही। बाढ़ का पानी कम होने पर टीम ने एतिहातन 108 वाहन से जिला चिकित्सालय में मां और नवजात को भर्ती कराया। दोनों स्वस्थ्य बताएं जा रहे हैं।