नवरात्र को लेकर बाजार भी गुलजार होगा। वहीं शहर में 50 से अधिक पंडालों में माता की प्रतिमा विराजमान होगी। नौ दिन उत्सवी वातावरण होगा। हर तरफ मां की विशेष अर्चना की जाएगी। भक्त पूरे नौ दिन व्रत रखकर मां की आराधना करेंगे। घरों एवं मंदिरों में तैयारी भी शुरु हो चुकी है। वहीं कलाकार भी प्रतिमाओं को अंतिम रूप देने में जुटे हुएहैं।
शारदीय नवरात्रि वैदिक पंचांग के अनुसार शारदीय नवरात्र की शुरुआत 03 अक्टूबर से हो रही है। प्रतिपदा तिथि का समापन 04 अक्टूबर को देर रात 02 बजकर 58 मिनट पर होगा। शारदीय नवरात्रि के शुभ अवसर पर घटस्थापना मुहूर्त 03 अक्टूबर को सुबह 06 बजकर 15 मिनट से लेकर सुबह 07 बजकर 22 मिनट तक है। वहीं अभिजीत मुहूर्त सुबह 11 बजकर 46 मिनट से दोपहर 12 बजकर 33 मिनट तक है। इन योग में घटस्थापना कर मां दुर्गा की पूजा कर सकते हैं।
03 अक्टूबर 2024-मां शैलपुत्री की पूजा
04 अक्टूबर 2024- मां ब्रह्मचारिणी की पूजा
05 अक्टूबर 2024- मां चंद्रघंटा की पूजा
06 अक्टूबर 2024-मां कूष्मांडा की पूजा
07 अक्टूबर 2024- मां स्कंदमाता की पूजा
08 अक्टूबर 2024- मां कात्यायनी की पूजा
09 अक्टूबर 2024-मां कालरात्रि की पूजा
10 अक्टूबर 2024- मां सिद्धिदात्री की पूजा
11 अक्टूबर 2024- मां महागौरी की पूजा
12 अक्टूबर 2024-विजयदशमी (दशहरा)