सिवनी मेडिकल कॉलेज में एमबीबीएस की पढ़ाई के लिए 150 सीटों के लिए मान्यता मांगी गई थी। नेशनल मेडिकल काउंसिल (एनएमसी) की दो सदस्यीय टीम ने बीते माह कॉलेज का निरीक्षण किया था। निरीक्षण के दौरान एनएमसी को पर्याप्त फैकल्टी कॉलेज में नहीं मिली। इससे उसने मान्यता देने से इंकार कर दिया। 150 सीटों की मान्यता के लिए कॉलेज में 40 पदों को भरा गया है। जबकि एनएमसी ने 150 सीटों के लिए 115 फैकल्टी अनिवार्य कर दिया गया है। ऐसे में सिवनी मेडिकल कॉलेज को मान्यता देने से इंकार कर दिया गया है। इस इंकार के साथ ही इस सत्र से कॉलेज शुरू होगा या नहीं इस पर संशय बना हुआ है। शासन के निर्देश पर अब नए सिरे से कवायद की जा रही है
अब 100 सीट के लिए मांगी मान्यता-
मेडिकल कॉलेज में अब 100 सीट के लिए मान्यता मांगी गई है। एनएमसी के इंकार के बाद डीन भोपाल गए थे। उनके भोपाल जाने के बाद अब नए सिरे से इसकी तैयारी करने के निर्देश प्राप्त हुए थे। नए निर्देश पर गौर करें तो 100 सीट के लिए मान्यता मांगने के लिए कहा गया है। इसकी पूरी प्रक्रिया पूरी कर ली गई है। जल्द ही मान्यता मिलने की उम्मीद है।
मेडिकल कॉलेज में अब 100 सीट के लिए मान्यता मांगी गई है। एनएमसी के इंकार के बाद डीन भोपाल गए थे। उनके भोपाल जाने के बाद अब नए सिरे से इसकी तैयारी करने के निर्देश प्राप्त हुए थे। नए निर्देश पर गौर करें तो 100 सीट के लिए मान्यता मांगने के लिए कहा गया है। इसकी पूरी प्रक्रिया पूरी कर ली गई है। जल्द ही मान्यता मिलने की उम्मीद है।
कब शुरू होगा फेज-दो का कार्य-
सिवनी मेडिकल कॉलेज के अभी फेज-एक का कार्य हुआ है। यह कार्य 328 करोड़ रुपए की लागत से हुआ है। फेज-दो का कार्य कब शुरू होगा। इस संबंध में किसी के पास कोई सही जवाब नहीं है। बताया जा रहा है कि फेज-दो का कार्य करीब सात सौ करोड़ रुपए से कराया जाना है। इस कार्य में केन्द्र सरकार का भी सहयोग रहेगा। अब तक मेडिकल कॉलेज के हुए निर्माण में केन्द्र सरकार से कोई आर्थिक सहयोग नहीं लिया गया है। बताया जा रहा है कि जब तक फेज-दो का कार्य नहीं होगा तब तक मेडिकल कॉलेज में उपचार शुरू नहीं हो पाएगा। अभी जिला अस्पताल में उपचार होगा।
सिवनी मेडिकल कॉलेज के अभी फेज-एक का कार्य हुआ है। यह कार्य 328 करोड़ रुपए की लागत से हुआ है। फेज-दो का कार्य कब शुरू होगा। इस संबंध में किसी के पास कोई सही जवाब नहीं है। बताया जा रहा है कि फेज-दो का कार्य करीब सात सौ करोड़ रुपए से कराया जाना है। इस कार्य में केन्द्र सरकार का भी सहयोग रहेगा। अब तक मेडिकल कॉलेज के हुए निर्माण में केन्द्र सरकार से कोई आर्थिक सहयोग नहीं लिया गया है। बताया जा रहा है कि जब तक फेज-दो का कार्य नहीं होगा तब तक मेडिकल कॉलेज में उपचार शुरू नहीं हो पाएगा। अभी जिला अस्पताल में उपचार होगा।
वर्जन –
मेडिकल कॉलेज में फैकल्टी कम है। इससे एनएमसी ने मान्यता देने से इंकार किया है। अब 100 सीट के लिए मान्यता मांगी गई है। जल्द ही मान्यता मिल जाएगी। इस साल से कॉलेज प्रारंभ होने और पढ़ाई की पूरी संभावना है।
मेडिकल कॉलेज में फैकल्टी कम है। इससे एनएमसी ने मान्यता देने से इंकार किया है। अब 100 सीट के लिए मान्यता मांगी गई है। जल्द ही मान्यता मिल जाएगी। इस साल से कॉलेज प्रारंभ होने और पढ़ाई की पूरी संभावना है।