सिवनी. शहर की मुख्य सडक़ को फोरलेन में तब्दील करने का काम १०९ करोड़ रुपए की स्वीकृत राशि से किया जा रहा है। जिसके लिए इन दिनों पेड़ों की छंटाई-कटाई के अलावा मिट्टी खुदाई का काम चल रहा है। भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआई) ने शहर के भीतर से गुजरे पुराने नेशनल हाइवे सडक़ को फोरलेन बनाने के लिए 126 करोड़ की मंजूरी दी थी। जिस पर केंद्रीय सडक़ परिवहन मंत्रालय ने राशि स्वीकृति के बाद एमपीआरडीसी को सडक़ बनवाने का जिम्मा सौंपा गया। 109 करोड़ के टेंडर को स्वीकृति मिलने का बाद पिछले महीने काम की शुरुआत हुई। नगझर से लेकर आरटीओ के सामने, लूघरवाड़ा से ज्यारत नाका तक सडक़ के दोनों ओर खुदाई और पेड़ों की छंटाई का काम किया गया है। इसी तरह से नागपुर रोड पर शहर के खैरीटेक, सीलादेही तक काम होना है। लेकिन काम की धीमी रफ्तार को देखकर लोगों में नाराजगी है। शहर के ज्यारत नाका से नगझर तक कई जगह सडक़ के किनारे की जमीन को खोद कर छोड़ दिया गया है। वहीं सडक़ किनारे मिट्टी के ढेर लगे हैं। ऐसे में हादसे की आशंका भी बनी हुई है। शहर के बीच से होकर बनने वाली 13 किमी लंबी फोरलेन सडक़ व रेल ओवरब्रिज के लिए बड़ी संख्या में पेड़ों की कटाई की जाना है। जानकारी के अनुसार शहर के अंदर करीब २०० से ज्यादा पेड़ों को काटा जाएगा। इसके लिए काटे जाने वाले पेड़ों पर मार्किंग कर उन पर नंबर डाले गए हैं। वर्तमान में पेंड़ों के आसपास मशीनों से खुदाई और अन्य कार्य कराए जा रहे हैं। जानकारी के मुताबिक सीलादेही से नगझर तक फोरलेन सडक़ डिवाइडर से दोनों ओर सात-सात मीटर चौड़ी बनाई जाएगी। ज्यारत नाका से कृषि विज्ञान केंद्र तक लगभग पांच किमी लंबी डामर रोड को सीसी सडक़ बनाया जाएगा। वहीं कृषि विज्ञान केंद्र से सीलादेही व ज्यारत नाका से नगझर तक की टू-लेन सडक़ को फोरलेन में बदलकर डामरीकृत किया जाएगा। साथ ही रेलवे स्टेशन से लगे नागपुर रोड रेल फाटक पर लगभग छह सौ मीटर लंबा ओवरब्रिज भी बनाया जाएगा। ब्रिज बनाने के लिए प्रारंभिक काम शुरू हो गया है। फोरलेन सडक़ निर्माण के लिए सीलादेही से कृषि विज्ञान केंद पुलिया तक टू-लेन सडक़ के दोनों ओर मार्किंग, भूमि समतलीकरण के लिए खुदाई जारी है। मिट्टी के ढेर से हो रहे हादसे शहर के दोनों तरफ सडक़ को फोरलेन बनाने के चल रहे काम के दौरान खोदी गई मिट्टी सडक़ पर ही जगह-जगह ढेर लगाकर रख दी गई है। जिसके कारण सडक़ सकरी होने से हादसे हो रहे हैं। पिछले दिनों जबलपुर रोड पर पावर ग्रिड के पास एक बाइक सवार मिट्टी के ढेर से टकराकर गंभीर रूप से घायल हो चुका है। क्षेत्रवासियों ने बताया कि मिट्टी के ढेर हटवाए जाने चाहिए, इसके कारण कई लोग चोटिल हो चुके हैं। अधिकारी ने दी जानकारी गगन भांवर, डिविजनल मैनेजर एमपीआरडीसी का कहना है कि शहर के अंदर से होकर बनने वाली फोरलेन सडक़ व रेलवे ओवरब्रिज का अनुबंध पिछले दिनों हुआ है। समय पर निर्माण कार्य पूरा कराने का प्रयास किया जाएगा। राहगीरों की सुरक्षा के लिए सडक़ किनारे मिट्टी के छोटे ढेर रखे गए हैं, ताकि वाहन चालक रोड से नीचे ना आएं।