सम्मेलन के बहाने वोटरों को साधेंगे सीएम
मुख्यमंत्री चौहान मजदूरों के सम्मेलन के बहाने लोगों से रूबरू होकर वोटरों को साधेंगे। उनके आगमन की चर्चा के बाद राजनीतिक गलियारों में यह बात जोर पकडऩे लगी है। लोगों की माने तो मुख्यमंत्री चुनावी साल में अधिक से अधिक लोगों से मिलकर उनको शासन की योजनाओं को बताने के साथ ही उनकी मन की बात जानने की जुगत में हैं। इसी के मद्देनजर उनके कार्यक्रम जिले में लगातार लग रहे हैं।
मुख्यमंत्री चौहान मजदूरों के सम्मेलन के बहाने लोगों से रूबरू होकर वोटरों को साधेंगे। उनके आगमन की चर्चा के बाद राजनीतिक गलियारों में यह बात जोर पकडऩे लगी है। लोगों की माने तो मुख्यमंत्री चुनावी साल में अधिक से अधिक लोगों से मिलकर उनको शासन की योजनाओं को बताने के साथ ही उनकी मन की बात जानने की जुगत में हैं। इसी के मद्देनजर उनके कार्यक्रम जिले में लगातार लग रहे हैं।
सीएम के सामने फिर उठेगा सीएमओ का मामला
नगर पालिका के जनप्रतिनिधियों के अनुसार नवागत सीएमओ के आने के बाद बिगड़ी व्यवस्था और उसको सुधारने का दम्भ भर रहे सीएमओ के खिलाफ जारी निंदा प्रस्ताव का मामला सीएम के आगमन के साथ एक बार फिर जोर पकड़ेगा। जानकारों की माने तो ऐसा पहली बार हुआ है, जब सदन में किसी अधिकारी के खिलाफ निंदा प्रस्ताव आया और शासन ने उस अधिकारी को हटाया नहीं। हालांकि इसके पीछे सीएमओ के पक्ष में सिवनी के लोगों द्वारा सड़क पर उतरकर किए गए प्रदर्शन को जोड़कर देखा जा रहा है। अब हालांकि सीएम सिवनी में आ रहे हैं और लंबे समय से नपा में पार्षद विकास ठप होने की बात कर रहे हैं। सीएमओ पर सहयोग नहीं करने के आरोप हैं। ऐसे में अब देखना यह है कि सीएम के सामने निंदा प्रस्ताव सहित नपा में चल रहे विभिन्न मामलों को जनप्रतिनिधि कितने वजन के साथ रखते हैं।
नगर पालिका के जनप्रतिनिधियों के अनुसार नवागत सीएमओ के आने के बाद बिगड़ी व्यवस्था और उसको सुधारने का दम्भ भर रहे सीएमओ के खिलाफ जारी निंदा प्रस्ताव का मामला सीएम के आगमन के साथ एक बार फिर जोर पकड़ेगा। जानकारों की माने तो ऐसा पहली बार हुआ है, जब सदन में किसी अधिकारी के खिलाफ निंदा प्रस्ताव आया और शासन ने उस अधिकारी को हटाया नहीं। हालांकि इसके पीछे सीएमओ के पक्ष में सिवनी के लोगों द्वारा सड़क पर उतरकर किए गए प्रदर्शन को जोड़कर देखा जा रहा है। अब हालांकि सीएम सिवनी में आ रहे हैं और लंबे समय से नपा में पार्षद विकास ठप होने की बात कर रहे हैं। सीएमओ पर सहयोग नहीं करने के आरोप हैं। ऐसे में अब देखना यह है कि सीएम के सामने निंदा प्रस्ताव सहित नपा में चल रहे विभिन्न मामलों को जनप्रतिनिधि कितने वजन के साथ रखते हैं।