किसानों को अब पानी मिलने में और होगा विलंब
विवाद के बाद गुरुवार को भी नहर के मरम्मत का काम नहीं हुआ। ऐसे में अब किसानों को पानी मिलने में लगभग एक हफ्ते का और समय लग सकता है। जिससे फसलें खराब होंगी। जल संसाधन विभाग के सीई अशोक डेहरिया का कहना है कि नहर मरम्मत का काम बंद कर दिया गया है। गुरुवार को कोई काम नहीं हो पाया। विभाग के अधिकारियों, कर्मचारी दहशत में हैं। ठेकेदार ने काम करने से ही मना कर दिया है।
विवाद के बाद गुरुवार को भी नहर के मरम्मत का काम नहीं हुआ। ऐसे में अब किसानों को पानी मिलने में लगभग एक हफ्ते का और समय लग सकता है। जिससे फसलें खराब होंगी। जल संसाधन विभाग के सीई अशोक डेहरिया का कहना है कि नहर मरम्मत का काम बंद कर दिया गया है। गुरुवार को कोई काम नहीं हो पाया। विभाग के अधिकारियों, कर्मचारी दहशत में हैं। ठेकेदार ने काम करने से ही मना कर दिया है।
छवि खराब करने का प्रयास, होनी चाहिए जांच-विधायक
सिवनी के भाजपा विधायक दिनेश राय मुनमुन ने मीडिया से पूरे मामले को लेकर बातचीत की। उन्होंने कहा कि मेरा किसी से कोई विवाद नहीं हुआ है। बीते माह कलेक्ट्रेट में बैठक हुई थी। उसमें किसानों के प्रतिनिधि, कलेक्टर एवं सभी विभाग के अधिकारी थे। उसमें यह निर्णय हुआ था कि माचागोरा बांध के नहर को 15 नवंबर को खोल दिया जाएगा। अधिकारियों ने सहमति दी। इसके बाद किसानों ने बोवनी कर दी। 17 नवंबर को सिर्फ एक कैनाल बघारी क्षेत्र की खोली गई। सिवनी के मेन कैनाल को नहीं खोला गया। जब सिंचाई विभाग के अधिकारी से बात की गई तो उन्होंने 25 नवंबर को कैनाल खोलने के लिए कहा। ऐसे में जन चौपाल लगाया गया। चौपाल में काफी संख्या में किसान, सिंचाई विभाग के सीई अशोक डेहरिया मौजूद थे। सीई ने समय मांगा और तीन दिसंबर को सिंचाई के लिए पानी मिल जाने की बात कही। तीन दिसंबर को वादा पूरा न कर पाने पर 4 दिसंबर को कलेक्टर से बात की। सिंचाई विभाग के अधिकारी सात दिसंबर को पानी देने की बात करने लगे। मैं जब नहर का काम देखने किसानों के साथ पहुंचा तो वहां कम संख्या में मजदूर थे। मशीन भी नहीं थी। ऐसे में किसान आक्रोशित हुए और नारेबाजी की। मैंने बीचबचाव किया। इसके बाद मामला शांत हो गया। विधायक ने मीडिया से बातचीत में सीई पर भ्रष्टाचार पर आरोप लगाया। कहा कि मैं चाहता हूं कि मेरी छवि खराब करने के लिए जो आरोप लगाया है उसकी निष्पक्ष जांच हो। समाज को बीच में नहीं लाना चाहिए। किसानों के मैं और मेरी भाजपा सरकार हमेश खड़ी थी और रहेगी। विधायक ने कहा कि अगर सीई के ऊपर कार्रवाई नहीं होती है तो किसान और आक्रोशित होंगे। उन्होंने यह भी कहा कि अस्पताल में कोई भर्ती नहीं हुआ। सेवानिवृत्त एसडीओ किस हैसियत से वहां काम करा रहे थे। जब विधायक से यह पूछा गया कि कांग्रेस भ्रष्टाचार का आरोप लगा रही है तो उनका कहना था कि कांग्रेस हर महत्वपूर्ण बात का मजाक बनाती है। कांग्रेस का हमेशा दोहरा चरित्र रहता है। वह न तो अधिकारी के साथ है और न ही किसान के साथ हैं। कांग्रेस सिर्फ राजनीति कर रही है।
सिवनी के भाजपा विधायक दिनेश राय मुनमुन ने मीडिया से पूरे मामले को लेकर बातचीत की। उन्होंने कहा कि मेरा किसी से कोई विवाद नहीं हुआ है। बीते माह कलेक्ट्रेट में बैठक हुई थी। उसमें किसानों के प्रतिनिधि, कलेक्टर एवं सभी विभाग के अधिकारी थे। उसमें यह निर्णय हुआ था कि माचागोरा बांध के नहर को 15 नवंबर को खोल दिया जाएगा। अधिकारियों ने सहमति दी। इसके बाद किसानों ने बोवनी कर दी। 17 नवंबर को सिर्फ एक कैनाल बघारी क्षेत्र की खोली गई। सिवनी के मेन कैनाल को नहीं खोला गया। जब सिंचाई विभाग के अधिकारी से बात की गई तो उन्होंने 25 नवंबर को कैनाल खोलने के लिए कहा। ऐसे में जन चौपाल लगाया गया। चौपाल में काफी संख्या में किसान, सिंचाई विभाग के सीई अशोक डेहरिया मौजूद थे। सीई ने समय मांगा और तीन दिसंबर को सिंचाई के लिए पानी मिल जाने की बात कही। तीन दिसंबर को वादा पूरा न कर पाने पर 4 दिसंबर को कलेक्टर से बात की। सिंचाई विभाग के अधिकारी सात दिसंबर को पानी देने की बात करने लगे। मैं जब नहर का काम देखने किसानों के साथ पहुंचा तो वहां कम संख्या में मजदूर थे। मशीन भी नहीं थी। ऐसे में किसान आक्रोशित हुए और नारेबाजी की। मैंने बीचबचाव किया। इसके बाद मामला शांत हो गया। विधायक ने मीडिया से बातचीत में सीई पर भ्रष्टाचार पर आरोप लगाया। कहा कि मैं चाहता हूं कि मेरी छवि खराब करने के लिए जो आरोप लगाया है उसकी निष्पक्ष जांच हो। समाज को बीच में नहीं लाना चाहिए। किसानों के मैं और मेरी भाजपा सरकार हमेश खड़ी थी और रहेगी। विधायक ने कहा कि अगर सीई के ऊपर कार्रवाई नहीं होती है तो किसान और आक्रोशित होंगे। उन्होंने यह भी कहा कि अस्पताल में कोई भर्ती नहीं हुआ। सेवानिवृत्त एसडीओ किस हैसियत से वहां काम करा रहे थे। जब विधायक से यह पूछा गया कि कांग्रेस भ्रष्टाचार का आरोप लगा रही है तो उनका कहना था कि कांग्रेस हर महत्वपूर्ण बात का मजाक बनाती है। कांग्रेस का हमेशा दोहरा चरित्र रहता है। वह न तो अधिकारी के साथ है और न ही किसान के साथ हैं। कांग्रेस सिर्फ राजनीति कर रही है।
आदिवासियों पर भाजपा कर रही है अत्याचार-कांग्रेस
कांग्रेस ने गुरुवार को मामले को लेकर प्रेस कान्फ्रेंस का आयोजन किया। कहा कांग्रेस जिलाध्यक्ष राजकुमार खुराना ने कहा कि हमलोगों ने नहर परियोजना की कई बार शिकायत की, लेकिन कोई ध्यान नहीं दिया गया। प्रमाण के साथ दिखाया गया था कि गुणवत्ता विहीन काम हो रहा है, लेकिन किसी पर कार्रवाई नहीं हुई। कांग्रेस ने आरोप लगाया कि परियोजना में भाजपा सरकार ने डट के भ्रष्टाचार किया है। प्रदेश शासन के पैसे का दुरुपयोग किया गया है। इसी वजह से नहर गुणवत्ता विहीन बना। कांग्रेस ने सिवनी भाजपा विधायक दिनेश राय मुनमुन पर दिखावा का आरोप लगाया। कहा कि वे केवल कहते हैं कि भ्रष्टाचार हुआ है, लेकिन आज तक किसी अधिकारी, कर्मचारी पर कार्रवाई नहीं हुई। जबकि सरकार उन्हीं की है। कांग्रेस ने सवाल किया कि सिवनी विधायक को क्या आवश्यकता पड़ी की उन्होंने कानून को हाथ में लिया। घिनौना कृत्य किया है। जबकि बुधवार सुबह विधायक कलेक्टर से मिल चुके थे। उन्हें कलेक्टर के बात पर भरोसा नहीं था जो वे कार्य स्थल पर पहुंच गए। कांग्रेस ने कहा कि भाजपा को आदिवासियों पर अत्याचार करने में मजा आता है। कांग्रेस ने पूरे मामले की जांच की मांग की है।
कांग्रेस ने गुरुवार को मामले को लेकर प्रेस कान्फ्रेंस का आयोजन किया। कहा कांग्रेस जिलाध्यक्ष राजकुमार खुराना ने कहा कि हमलोगों ने नहर परियोजना की कई बार शिकायत की, लेकिन कोई ध्यान नहीं दिया गया। प्रमाण के साथ दिखाया गया था कि गुणवत्ता विहीन काम हो रहा है, लेकिन किसी पर कार्रवाई नहीं हुई। कांग्रेस ने आरोप लगाया कि परियोजना में भाजपा सरकार ने डट के भ्रष्टाचार किया है। प्रदेश शासन के पैसे का दुरुपयोग किया गया है। इसी वजह से नहर गुणवत्ता विहीन बना। कांग्रेस ने सिवनी भाजपा विधायक दिनेश राय मुनमुन पर दिखावा का आरोप लगाया। कहा कि वे केवल कहते हैं कि भ्रष्टाचार हुआ है, लेकिन आज तक किसी अधिकारी, कर्मचारी पर कार्रवाई नहीं हुई। जबकि सरकार उन्हीं की है। कांग्रेस ने सवाल किया कि सिवनी विधायक को क्या आवश्यकता पड़ी की उन्होंने कानून को हाथ में लिया। घिनौना कृत्य किया है। जबकि बुधवार सुबह विधायक कलेक्टर से मिल चुके थे। उन्हें कलेक्टर के बात पर भरोसा नहीं था जो वे कार्य स्थल पर पहुंच गए। कांग्रेस ने कहा कि भाजपा को आदिवासियों पर अत्याचार करने में मजा आता है। कांग्रेस ने पूरे मामले की जांच की मांग की है।