इधर, पहले दिन की चूक के बाद से प्रशासन किसी भी तैयारी में कोई कोर कसर नहीं छोड़ रहा है। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के भी आने की संभावना है, जिसे लेकर जिला मुख्यालय स्थित पीजी कॉलेज ग्राउंड में हैलीपेड बनाया गया है। संभावना व्यक्त की जा रही है कि 5 मार्च को मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान का जन्मदिन है, वे परिवार के साथ मां विजयासन के दर्शन करने सलकनपुर आएंगे, वहां से सीहोर का दौरा भी कर सकते हैं। ऐसी भी संभावना है कि मुख्यमंत्री शुक्रवार को भी सीहोर आ सकते हैं। सीएम का दौरा फिक्स होने से पहले ही प्रशासन तैयारी में जुट गया है, जिससे तय माना जा रहा है कि मुख्यमंत्री भी कथा में आएंगे।
जीवन में चरित्र और मित्र का काफी महत्व : पंडित प्रदीप मिश्रा
जीवन में चरित्र और मित्र का काफी महत्व है, जिसका जैसा चरित्र होता है, वैसे ही उसके मित्र बन जाते है, मनुष्य अपने चरित्र और मित्र का निर्माता है। आपको मानव का शरीर मिला है। मनुष्य को इस संसार में रहते हुए आध्यात्मिक यात्रा भी करनी है। यह शरीर संसार में सत्ता की पहचान करता है और यही परमसत्ता तक ले जाने का कार्य भी करता है। मनुष्य देह परमात्मा की सर्वोत्तम कृति है। संसार के बिना जगत का बोध नहीं हो सकता है और शरीर के बिना आपके व्यक्तित्व का परिचय नहीं हो सकता। यह बात गुरुवार चितावलिया हेमा स्थित निर्माणाधीन मुरली मनोहर एवं कुबेरेश्वर महादेव मंदिर में कथावाचक पंडित प्रदीप मिश्रा ने कही। कथा के दौरान भगवान गणेश के जन्मोत्सव का वर्णन किया। हर रोज मंदिर में हजारों की संख्या में यहां पर निर्मित रुद्राक्ष के शिवलिंग के दर्शन करने के अलावा कथा का श्रवण करने श्रद्धालुगण आ रहे है।
उन्होंने भगवान श्रीकृष्ण के बाल सखा सुदामा के चरित्र का वर्णन करते हुए कहा कि जीवन में यदि मित्रता देखना है, तो भगवान श्रीकृष्ण और सुदामा जैसी मित्रता के दर्शन करो, भगवान श्रीकृष्ण का चरित्र करुणा से भरा हुआ है, तो उनके मित्र सुदामा के ऊपर भगवान श्रीकृष्ण ने करुणा की वर्षा की थी, जिसका जैसा चरित्र वैसे ही उसके मित्र होंगे। सुदामा भी परम सादगी और सज्जनता की मूर्ति थे, जिनके चरित्र से सात्विकता, सच्चरित्रता, शांति के दर्शन होते थे। वर्तमान समय में व्यक्ति के जीवन में अनेक बुराइयों का समावेश हो गया है, जो दुर्गुण होंगे वही हमारे कार्य व्यवहार, आचरण और बाहर के वातावरण में हमारे मन को संलग्न करेंगे और उसी प्रकार की विचारधारा के हमारे मित्र बनेंगे। समान व्यवहार, व्यवसाय और गुणों से युक्त, व्यक्ति ही परस्पर मित्र होते हैं। जो मदिरा का पान करने वाला होता है जो गलत कार्य मे रत होता है, ऐसे मित्र आपको गलत मार्ग में भटकते है और भटकाते रहते है।
पंडित प्रदीप मिश्रा ने दिए सुखी जीवन के पांच मंत्र
– मित्र के वर्ड-डे पर सड़क पर गाड़ी के बोनट पर रखकर केक नहीं काटें। दोस्त के जन्मदिन पर केक उसके माता-पिता के सामने घर पर काटा जाए। यदि सड़क पर भी काटा जा रहा है तो उसे दोस्त के चेहरे पर नहीं लगाएं। केक काटने के बाद उसे गरीब बस्ती के बच्चों को वितरण करें।
– आज शुक्रवार को फुलेरा दोज है, एक धतूरा लें, उस पर हल्दी लगाएं और बाबा भोलेनाथ को अर्पित करें। आज भोलेनाथ की खुशी का दिन है, बाबा प्रसन्न होंगे और दिल खोलकर आशीर्वाद देंगे।
– नंदी दो तरह के होते हैं, एक खेत में हल जोतने के काम आता है, दूसरा बिना नाथ लगाए पैर पर त्रिसूल बनाकर छोड़ दिया जाता है। यदि आप सुख, समृति चाहते हैं तो एक मु_ी मूंग की दाल लें, उसे शिवलिंग से पानी निकलने वाले जगह पर लगाए और फिर बिना नाथ वाले नंदी को खिलाएं। बाबा भोलेनाथ प्रसन्न होंगे।
– यदि आप अच्छी पढ़ाई करने के बाद भी बार-बार परीक्षा में फेल हो रहे हैं। अच्छा काम करने के बाद भी ऑफिस में तारीफ नहीं हो रही है तो किसी भी प्रतियोगी परीक्षा में जाने से पहले (पढ़ाई खूब करें) एक वेलपत्र की पत्ती के बीच वाली दंडी पर शहद लगाए और शिव ***** पर चिपका दें, भगवान आपको सफलता दिलाएंगे। काफी मेहनत बेकार नहीं जाएगी।
– यदि आपको हृदय, किडनी या लीवर की परेशानी है, आप उपचार के साथ पानी का दान करें, भगवान आपको जल्द स्वस्थ करेगा। यदि आपका आत्मविश्वास बीमारी से बड़ा है तो कोई भी बीमारी आपको नहीं हरा सकती है। पानी दान करने से आपका आत्म विश्वास बढ़ेगा और उपचार से बीमारी ठीक होगी।