तिनका सामाजिक संस्था अध्यक्ष रितेश तिवारी और संघ सचिव मना मंडलेकर ने बताया कि सीहोर में आयोजित राष्ट्रीय स्तरीय कराटे प्रतियोगिता में मुख्य अतिथि सीहोर कलेक्टर चंद्रमोहन ठाकुर द्वारा कराटे कोच के रूप में जिज्ञासा के साथ उनकी पूरी तिनका टीम के कोचों का ट्रॉफी देकर सम्मान किया गया। साथ ही उनकी टीम को ट्रॉफी भी प्रदान की गई।
स्वर्ण पदक विजेता कराते खिलाड़ी जिज्ञासा ओनकर ने बताया कि प्रतियोगिता के दौरान प्रथम राउंड तो जीत चुकी थीं लेकिन द्वितीय राउंड में पैर में दर्द होने के कारण हताश होने लगी थी एवं मेरे कोच ने भी प्रतियोगिता से बाहर होने की सलाह दी थी, लेकिन मन में हौसला था कि कुछ अच्छा कर सकती हूं। तब पैर में दर्द होने के बाद भी मैने हौसला रखते हुए दूसरे राउंड में सहभागिता की एवं अंत तक स्वयं के विश्वास को कम नहीं होने दिया। अंत में स्वर्ण पदक जीता।
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कराटे खिलाड़ी जिज्ञासा का एक्सीडेंट होने के कारण कई माह तक पैर के दर्द से जूझती रही और पिछले माह से ही पुन: कराटे खेलना शुरू किया है और जुनून ने उन्हें स्वर्ण पदक दिला दिया। इसके साथ जिज्ञासा अपने गांव से 2 किमी दूर ग्राम बुंदड़ा की कराटे कोच के रूप में भी बच्चों को कराटे सिखाती हैं। प्रतियोगिता में उन्ही के दो खिलाड़ी निखिल सरवर और शीतल गोनकर ने रजत पदक हासिल किया। इस अवसर पर उनकी टीम और गांव, परिवार द्वारा जिज्ञासा को बधाई दी गई।