बुधवार को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की अध्यक्षता में मंत्रिमंडलीय आर्थिक समिति ने बुदनी से इंदौर (मांगलियागांव) के बीच 205.5 किलोमीटर लंबी नई रेल लाइन के निर्माण को मंजूरी दे दी है। इस परियोजना की कुल अनुमानित लागत 3261.82 करोड़ रुपए है। इस परियोजना का मुख्य उद्देश्य पिछड़े क्षेत्रों का विकास तथा इंदौर से जबलपुर के बीच यात्रा समय में कमी और इंदौर से मुम्बई तथा दक्षिण की ओर यात्रा समय में कमी लाना है।
प्रस्तावित लाइन बुदनी के वर्तमान यार्ड से प्रारंभ होगी और इंदौर के निकट पश्चिमी रेलवे के वर्तमान स्टेशन मांगलियागांव से जुड़ेगी। इस मार्ग पर दस नए क्रॉसिंग स्टेशन और सात नए हाल्ट स्टेशन बनाने का प्रस्ताव है। नई लाईन से सिहोर, देवास तथा इंदौर जिलों को लाभ होगा और बुदनी से इंदौर के बीच सीधा संपर्क स्थापित होगा। अभी बुदनी से बरखेड़ा घाट सेक्शन सहित भोपाल-इटारसी के भीड़ वाले मार्ग से जाना पड़ता है।
इंदौर-जबलपुर रेलवे लाइन बिछाने के काम का पिछले दिनों सर्वे कार्य हुआ था। सर्वे के अनुसार रेलवे लाइन बांद्राभान की पहाड़ी से होती हुई चाचमउ, हथलेवा के पास से शाहगंज की निर्माणाधीन दुर्गा विहार कॉलोनी के पास से पहाडख़ेड़ी, सूदोन होते हुए बरेली की ओर जाएगी।
दूरी 205
रोजगार 49 लाख मानव श्रम दिन
लागत 3262 करोड़
समाधान लक्ष्य 2023-24
यह होगा लाभ
इंदौर के नजदीक तीन आर्मी प्रमियर संस्थान
नई रेलवे लाइन से जबलपुर, मुंबई और दक्षिण भारत की यात्रा समय में कमी
-जबलपुर और इंदौर के बीच की दूरी में 68 किमी की दूरी कम
-सीहोर, देवास और इंदौर जिलों को मिलेगा लाभ
-इंदौर से जबलपुर मुंबई और दक्षिण भारत की यात्रा समय में कमी
-सीहोर के इन गांवों में मिलेगा लाभ नसरुल्लागंज, खातेगांव, कन्नोद