शहरवासियों को मौजूदा गैस सिलेंडरों के जरिए एलपीजी गैस लोगों के घरों पर आपूर्ति की जा रही है। नेचुरल गैस कंपनी के विनोद कुमार का कहना है कि शहर में कम दामों पर पाइप नेचुरल गैस (पीएनजी) की आपूर्ति करने जा रहा है।इसका काम तेजी से चल रहा है। जल्द ही लोगों के घरों में पीएनजी (घर में इस्तेमाल करने वाली रसोई गैस) मिलने लगेगी। शहर के चाणक्यपुरी, ड्रीमसिटी, विश्वनाथपुरी, कंचन बिहार आदि कालोनियों में अंडर ग्राउंड गैस पाइपलाइन बिछाया जा चुका है और मीटर लग चुके हैं। इन कॉलोनियों में करीब 400 कनेक्शन लगाए जा चुके हैं। पाइप नेचुरल गैस का वर्किंग प्लांट गंज क्षेत्र की अंबेडकर धर्मशाला के पास निर्माणाधीन है। शहर में प्राथमिक चरण में कंपनी द्वारा करीब 1500 कनेक्शन देने का लक्ष्य रखा है। इसके साथ घरेलू गैस कनेक्शन देने की प्रक्रिया लगातार चालू रहेगी।
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30 फीसदी तक एलपीजी से सस्ता है पीएनजी
बता दें कि, शहरवासियों को मिलने वाला पीएनजी एलपीजी के मुकाबले करीब 25 से 30 फीसदी तक सस्ता होगा। पीएनजी के एक लीटर का दाम लगभग 50 रुपए प्रतिकिलो के आसपास है जबकि एलपीजी करीब 70 रुपए प्रति किलो है। इसके दाम में अंतरराष्ट्रीय बाजार भाव के अनुसार उतार चढ़ाव होता रहता है।
हर महीने 30 रुपए रेंटल चार्ज पर मिलेगा कनेक्शन
शहर में घरेलू गैस कंपनी के द्वारा 4000 रुपए में पाइपलाइन गैस का कनेक्शन दिया जा रहा है। 4000 एक मुश्त सुरक्षा निधि जमा करने पर केवल खपत के आधार पर बिल जमा करना होगा। इसी प्रकार 5 रुपए प्रतिदिन के हिसाब से कनेक्शन लेने पर कनेक्शन 5 हजार रुपए में मिलेगा और खपत के हिसाब से बिल जमा करना होगा। तीसरे ऑप्शन में एक रुपए प्रतिदिन या 30 रुपए रेंटल चार्ज और खपत के हिसाब से जमा करना होगा। इन तीनों प्लान में पहले दोनों प्लान में जमा राशि सुरक्षा निधि के रूप में जमा होगी जिसे वापस भी किया जा सकेगा।
पाइप नेचुरल गैस (पीएनजी) के फायदे
पीएनजी से कई फायदे हैं। ये नेचुरल गैस होती है, हवा से भी हल्की होने के कारण लीकेज होने के मामले में वातावरण में आसानी से घुल जाती है। इस्तेमाल करते समय 99 प्रतिशत गैस जल जाती है, इसलिए प्रदूषण नहीं होता है। पीएनजी पाइप लाइन से सप्लाई होने के कारण असमय खत्म होने का टेंशन नहीं होता है। पीएनजी में पाइपलाइन बिछाते समय घर के बाहर एक मीटर लगा दिया जाता है, इससे खपत देखकर उपभोक्ता खुद ही पेमेंट देता है।
पीएनजी ज्यादा सुरक्षित
पीएनजी यूजर्स को एक महीने गैस उपयोग करने के बाद पेमेंट करना होता है, वहीं, एलपीजी के लिए गैस यूज करने से पहले सिलेंडर की डिलीवरी पर भुगतान करना होता है। सिक्योरिटी के नजरिए से पाइप लाइन से सप्लाई होने के कारण पीएनजी ज्यादा सुरक्षित है। पीएनजी कनेक्शन के साथ बुकिंग की लंबी लाइन से भी छुटकारा मिल जाता है।