बता दें कि, टिकट मिलने से नाराज दीपक जोशी विधानसभा चुनाव 2023 के दौरान कांग्रेस में शामिल हो गए थे। फिर कांग्रेस की टिकट पर खातेगांव सीट से चुनाव लड़ा था। जिसमें वह लगभग 12000 हजार वोटों से चुनाव हार गए थे।
दरअसल, दीपक जोशी की भाजपा में ज्वाइनिंग आठ महीने पहले टल गई थी। वह बीजेपी में शामिल होने जा रहे थे, लेकिन वापसी को लेकर सहमति नहीं बन पाई। जिसके चलते भाजपा में शामिल होने का प्लान होल्ड पर चला गया था।
चार दिन पहले कांग्रेस के पक्ष में किया चुनाव प्रचार
पूर्व मंत्री दीपक जोशी ने चार दिन पहले ही बुधनी विधानसभा में एक सभा को संबोधित किया था। बुधनी सीट पर कांग्रेस के प्रत्याशी राजकुमार पटेल के लिए वोट मांगे थे। इसके बाद वह गुरुवार को बीजेपी में शामिल हो गए।