इसमें हजारों साल पहले विलुप्त हो चुके डायनासोर भी शामिल हैं। इसके तहत शिक्षा विभाग ने पटना में श्रीकृष्ण विज्ञान केंद्र बनाया है। इसमें विलुप्त हो चुके डायनासोर की विभिन्न प्रजातियों के मॉडल रखे गए हैं, जो बिलकुल वास्वतविक लगते हैं।
अब रोबोट रखेंगे स्कूल के बच्चों की बदमाशियों पर निगरानी ….वैज्ञानिकों ने तैयार की नई तकनीक
डीईओ को दिए निर्देशदरअसल, इस एक्टिवीटी ( activity ) के जरिए स्कूली बच्चों में शिक्षा और तकनीक से संबंधि सूझबूझ को विकसित करना और तराशना है। इस संबंध में डीईओ को निर्देश दे दिए गए हैं कि अपने-अपने क्षेत्र के स्कूलों से बच्चों का चयन करके श्रीकृष्ण विज्ञान केंद्र पटना भेजा जाए।
इस विज्ञान वाटिका में स्पेस थिएटर, 3डी थिएटर, विज्ञान प्रदर्शनी,एसओेएस थिएटर, विज्ञान वाटिका, दीर्घा के साथ-साथ मानव आंख आदि से संबंधित अलग-अलग आकृतियों व उसके स्वभाव, दर्पण के पहलुओं को आसानी से समझाया जाएगा।
1 स्पेस थिएटर – डिजिटल तारामंडल के माध्यम से यह ब्रह्मांड के उद्भव, विकास एवं अन्य खगोलीय घटनाओं के बारे में आकर्षक ढंग से बताता है।
2 3डी थिएटर – इसके माध्यम से विज्ञान पर आधारित फिल्में देखी जा सकती हैं।
4 विज्ञान प्रदर्शनी – इसमें मनोरंजक तरीके से कहानी कहते हुए विज्ञान के मूलभूत सिद्धांतों को समझाया जाता है।
5 SOS थिएटर -साइंस ऑन स्पेयर एक ऐसी व्यवस्था है जिसकी मदद से पृथ्वी तंत्र और अन्य कई चीजों को आसानी से समझा जा सकता है।
6 बच्चों की दीर्घा – इस दीर्घा दस वर्ष से कम उम्र के बच्चों के लिए मनोरंजन की व्यवस्था है। इसके अलावा इलेक्ट्रॉनिक्स रोबोटिक्स, भौतिकी, रसायन, जीव विज्ञान आदि के लिए प्रशिक्षित किया जाएगा।