कार्बन डाइऑक्साइड के बढ़ने से 2050 तक बच्चों और महिलाओं को भुगतने होंगे गंभीर परिणाम खास बात यह है कि यह शू कभी टूटते या फटते नहीं। ऐसा रीसाइकिलेबल मटीरियल की मदद से संभव हो पाया है। यह शू यूरोप की एक कंपनी ने बनाए हैं।
थर्मोप्लास्टिक पॉलीयूरेथेन से बना है शू
कंपनी ने इन शू के बारे में बताया कि इस पर कई वर्षों से रिसर्च चल रही थी। इन शू को फ्यूचरक्राफ्ट लूप ( Futurecraft Loop) नामक टीपीयू (TPU) यानी थर्मोप्लास्टिक पॉलीयूरेथेन से बनाया गया है।
कंपनी ने इन शू के बारे में बताया कि इस पर कई वर्षों से रिसर्च चल रही थी। इन शू को फ्यूचरक्राफ्ट लूप ( Futurecraft Loop) नामक टीपीयू (TPU) यानी थर्मोप्लास्टिक पॉलीयूरेथेन से बनाया गया है।
बिना रन-वे उड़ान भरेंगे हवाई जहाज, 2020 में बदल जाएंगे हवाई यात्रा के मायने वहीं इसके मिडसोल को बूस्ट कुशनिंग टैक्नोलॉजी ( tecnology ) से बनाया गया है। शू कंपनी का कहना है कि वह इस प्रोजेक्ट पर पिछले 6 वर्षों से काम कर रही थी और उनका लक्ष्य था- प्लास्टिक के वेस्ट मटीरियल से शू बनाया जाए।
कहीं नहीं है सिलाई और ग्लू
इन शू को बनाने के लिए किसी भी ग्लू और सिलाई का उपयोग नहीं किया गया है। इन शू को इस्तेमाल करने के बाद कंपनी को वापस दिया जा सकता है। यानी इन्हें नए मटीरियल के साथ वर्षों तक इस्तेमाल कर सकते हैं। इससे वातावरण भी प्रदूशित होने से बचेगा। ये शू सबसे पहले एथलीट्स को ट्राय के तौर पर दिए जाएंगे। उनसे फीडबैक लेने के बाद कंपनी इन्हें 2021 में मार्केट में उतार सकती है।
इन शू को बनाने के लिए किसी भी ग्लू और सिलाई का उपयोग नहीं किया गया है। इन शू को इस्तेमाल करने के बाद कंपनी को वापस दिया जा सकता है। यानी इन्हें नए मटीरियल के साथ वर्षों तक इस्तेमाल कर सकते हैं। इससे वातावरण भी प्रदूशित होने से बचेगा। ये शू सबसे पहले एथलीट्स को ट्राय के तौर पर दिए जाएंगे। उनसे फीडबैक लेने के बाद कंपनी इन्हें 2021 में मार्केट में उतार सकती है।