यह भी पढ़ें- कैलिफोर्निया व आईआईएसटी की साझेदारी में बना उपग्रह होगा लांच जापान और चीन के बाद अब यह भारत में संभव हो पाया है कि 600 किलोमीटर प्रति घंटे की स्पीड से चलने वाली मैग्लेव ट्रेन का मॉडल तैयार हुआ है। कहा जा रहा है कि लगभग 10 वर्षों की मेहनत का नतीजा निकला है कि जल्दी ही मैग्नेटिक फ़ील्ड की सतह के ऊपर चलने वाली ट्रेन का मॉडल भारत ने बना लिया है।
यह भी पढ़ें- इस साल चेन्नई ने की ‘साइंस एट द सभा’ की मेजबानी, डाली न सब पहलुओं पर रोशनी इस टेक्नोलॉजी से अभी अमेरिका भी दूर है। (RRCAT) जोकि भारत सरकार के परमाणु ऊर्जा विभाग के अंतर्गत आता इसमें वैज्ञानिक देश को विभिन्न क्षेत्रों में प्रगति लाने के लिए दिन-रात काम कर तकनीक पर नई-नई रिसर्च कर रहे हैं।
यह भी पढ़ें- नासा के अपॉर्चुनिटी रोवर के मंगल पर नष्ट होने की आशंका, धूल भरी आंधी के चलते टूटा था संपर्क यहां वैज्ञानिकों ने बुलेट ट्रेन की स्पीड से भी ज्यादा तेज़ी से चलने वाली मैग्लेव ट्रेन का सफल परीक्षण करने में कामयाबी हासिल की है। मैग्लेव ट्रेन पूर्ण रूप से स्वदेशी तकनीक से बनाई गई ट्रेन है। कहा जा रहा है कि इस तकनीक का आविष्कार होने के बाद कई विदेशी एजेंसियों ने भारतीय वैज्ञानिकों से संपर्क किया है। हालांकि सरकार इस तकनीक को कैसे काम में लाएगी इसके बारे में तो आने वाले समय में ही पता लगेगा