बता दें कि आइलैंड के glacier ग्लेशियर तेजी से इस कद्दर पिघल रहे हैं कि जल्द ही sea समुद्र का स्तर बढ़ने की उम्मीद जताई जा रही है। वैज्ञानिकों के अनुसार- इन झीलों के अंदर कुछ ऐसे जीव हैं जो बर्फीली जगहों पर रह सकते हैं। इन झीलों की खोज लैनकास्टर, शेफील्ड और स्टैनफोर्ड university यूनिवर्सिटी के शोधकर्ताओं ने की है। इस अभियान के दौरान एयरक्राफ्ट पर इंस्टॉल किए गए राडार का इस्तेमाल भी किया गया।
खोजी गई झीलों की लंबाई 0.2 से 5.9 किमी बताई जा रही है। इनमें से ज्यादातर झीलें बर्फ के नीचे धीरे-धीरे बह रही थीं। पहले की रिपोर्ट के अनुसार- बताया जा रहा था कि ग्रीनलैंड में एक दिन में दो बिलियन टन बर्फ पिघलती जा रही है। वहीं एक्सपर्ट का मानना है कि 2019 में बर्फ इतनी अधिक पिघली है कि जिससे रिकार्ड कायम हो जाए।
ब्रिटेन में लैनकास्टर यूनिवर्सिटी के जेड बाउलिंग के अनुसार- ‘शोधकर्ताओं को अंटार्कटिक सबग्लिशियल झीलों की अच्छी समझ है। इस अध्ययन से पहली बार हमें पता चला कि ग्रीनलैंड में बर्फ की सतह के नीचे कहां झील हो सकती है।’