इन वजहों से पर्यावरण में बढ़ गई है 30 प्रतिशत तक यह गैस, लोगों को होगी सांस लेने में समस्या नासा के अपॉर्चुनिटी रोवर के मंगल पर नष्ट होने की आशंका, धूल भरी आंधी के चलते टूटा था संपर्क
कू-बैंड ट्रांसपोंडर क्षमता को बढ़ाएगा रॉकेट अपने साथ दो उपग्रह -सऊदी जियोस्टेशनरी सैटेलाइट 1/हेलास सैट 4 और जीसैट-31 लेकर जाएगा। भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) के अनुसार, 2,535 किलोग्राम वजनी जीसैट-31 40वां संचार उपग्रह है और यह भू-स्थैतिक कक्षा में कू-बैंड ट्रांसपोंडर क्षमता को बढ़ाएगा।
पृथ्वी के 29 साल के बराबर होता है यहां पर 1 साल, जबकि साढ़े 10 घंटे का ही होता है दिन, जाने कैसे हुआ खुलासा चंद्र मिशन की सफलता के बाद चीन बना रहा मंगल फतह करने की योजना, अगले साल शुरू हो सकता है काम