लगातार तीन वर्षो से विश्व के सर्वश्रेष्ठ दो प्रतिशत वैज्ञानिकों में सम्मिलित डॉ. गोलेच्छा ने बताया कि डब्ल्यूएचओ WHO ने जलवायु परिवर्तन के कारण मानवीय स्वास्थ्य पर होने वाले दुष्प्रभावों को कम करने के लिए वैश्विक नीति बनाने के उद्देश्य से एक अंतरराष्ट्रीय स्तर का विशेषज्ञ समूह गठन किया है, जिसमें विश्व के 50 विशेषज्ञ शामिल हैं। उन्होंने कहा कि जलवायु परिवर्तन के कारण अकेले कुपोषण, मलेरिया, दस्त और गर्मी के तनाव से प्रति वर्ष लगभग ढाई लाख अतिरिक्त मौतें होने की आशंका है।
डॉ. गोलेच्छा पिछले कई वर्षो से जलवायु परिवर्तन एवं स्वास्थ्य Climate change and health के क्षेत्र में कार्य कर रहे है। उन्हें 30 से अधिक सामाजिक, राष्ट्रीय एवं अंतरराष्ट्रीय पुरस्कारों से सम्मानित किया जा चुका है।