उन्होंने एक ‘खोली’ नाम से एक प्रयोगशाला बनाई हुई थी, जिसमें उन्होंने वेदमंत्रों के आधार पर पहले वैदिक विमान का मॉडल तैयार किया था। जिसका परीक्षण मुंबई के चौपाटी समुद्र तट पर किया गया। तथ्यों के आधार पर कहा ज सकता है कि हवाई जहाज को उड़ाने का पहला प्रयास सन 1917 ई के मध्य में हुआ।
अब इंसान के दिमाग को पढ़ लेगा कंप्यूटर, कुछ सोचते ही स्क्रीन पर दिखने लगेगा सबकुछ… दरअसल, शिवकर ने प. सुब्रह्मण्ययम शास्त्री से महर्षि भरद्वाज की यंत्र सर्वस्व-वैमानिक प्रकरण ग्रन्थ का अध्ययन करके ‘मरुत्सखा’ विमान का निर्माण आरंभ किया। लेकिन उनका यह प्रयोग पूरा नहीं हो पाया। लंबा समय अस्वस्थ रहने के कारण उनकी मृत्यु हो गई। इससे ‘मरुत्सखा’ विमान का निर्माण कार्य भी अधूरा रह गया।
शिवकर के जीवन पर बनी है फिल्म हवाई जहाज के संकल्प पर काम करने वाले शिवकर के जीवन (life ) पर फिल्म भी बन चुकी है। इतिहासकार भले ही राइट ब्रदर्स को हवाई जहाज का जन्मकर्ता मानते हों, लेकिन इस फिल्म में यह साबित किया गया है कि हवाई जहाज के वास्तविक जन्मकर्ता शिवकर बापूजी तलपड़े थे। ‘हवाईजादा’ नाम की इस फिल्म में आयुष्मान खुराना ने शिवकर की भूमिका निभाई थी।