वन विभाग से मिली जानकारी के अनुसार नए पर्यटन सत्र को लेकर वन विभाग की ओर से तैयारियां भी पूरी कर ली गई हैं और मंगलवार को सुबह साढ़े छह सुबह की पारी में पार्क भ्रमण पर भेजा जाएगा। पर्यटन सत्र का आगाज रणथम्भौर बाघ परियोजना के सीसीएफ अनूप के आर गणेश धाम पर पर्यटन वाहनों को हरी झण्डी दिखाकर करेंगे।
140 वाहन जाएंगे भ्रमण पर
वन अधिकारियों ने बताया कि रणथम्भौर की पहले सप्ताह की ऑनलाइन एडवांस बुकिंग करीब फुल है। ऐसे में अधिक से अधिक पर्यटकों को पार्क भ्रमण कराने के लिए वन विभाग की ओर से नए पर्यटन सत्र के पहले दिन नेशनल टाइगर कनजर्वेशन अथोरियटी (एनटीसीए) की ओर से निर्धारित की गई वाहनों की अधिकतम सीमा यानि प्रति पारी 140 वाहनों से पर्यटकों को पार्क भ्रमण पर भेजा जाएगा। इसी प्रकार शाम की पारी की स्थिति भी रहेगी। यह भी पढ़ें
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पूर्व में बुकिंग करा चुके पर्यटक जा सकेंगे बंद रहने वाले जोनों में
दरअसल एनटीसीए की ओर से हर टाइगर रिजर्व में साप्ताहिक अवकाश घोषित किया गया था। इसके बाद पूर्व में वन विभाग की ओर से बुधवार को रणथम्भौर में साप्ताहिक अवकाश घोषित किया गया, जिसका लगातार विरोध किया गया। इसके बाद वन विभाग की ओर से इसमें संशोधन कर पूर्व में रणथम्भौर के एक से पांच जोन मंगलवार को और जोन छह से दस को बुधवार को बंद रखने के आदेश जारी किए थे। हालांकि जब इसका भी विरोध किया गया तो आदेशों में एक बार फिर से संशोधन किया गया और मंगलवार को जोन छह से दस और बुधवार को जोन एक से पांच को बंद रखने का निर्णय किया गया था। ऐसे में संशाधन आदेश आने से पूर्व कई पर्यटकों ने एडवांस ऑनलाइन बुकिंग करा ली थी। अब वन विभाग की ओर से पूर्व में एडवांस ऑनलाइन बुकिंग करा चुके पयर्टकों को पूर्व में बुक हो चुके जोन में ही पार्क भ्रमण कराया जाएगा, लेकिन करंट में बंद रहने वाले जोन में टिकट जारी नहीं किए जाएंगे।
एंट्री प्वाइंट पर स्कैन कर होगी जांच
वन विभाग की ओर से नए सीजन में पार्क भ्रमण के दौरान अनियमितताओं पर रोक लगाने के लिए अब स्कैन की सुविधा को भी लागू किया जा रहा हे। वन अधिकारियों ने बताया कि नए सीजन में विभाग की ओर से पार्क के हर एंट्री प्वाइंट पर वन कर्मियों को तैनात किया जाएगा। पर्यटकों को जारी किए जाने वाले टिकट और बोर्डिंग पास पर विभाग की ओर से एक क्यू आर कोड जारी किया जाता है अब वनकर्मियों की ओर से एंट्री प्वाइंट पर मोबाइल से क्यूआर कोड को स्कैन करके पर्यटकों की जांच की जाएगी। यह रणथम्भौर में पहली बार लागू होगा।