बैठक के दौरान विधायक इंदिरा मीणा ने बिजली आपूर्ति और अवैध खनन को लेकर सवाल उठाए। इसके बाद ऊर्जा मंत्री और अधिकारियों की ओर से मिले जवाब से असंतुष्ट होकर मीणा ने बैठक के एजेंडे का कागज फाड़कर फेंक दिया। उनकी नाराजगी इस कदर बढ़ी कि वे बैठक छोड़कर बाहर चली गईं।
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क्या हुआ बैठक में ?
बैठक में बामनवास विधायक इंदिरा मीणा ने किसानों को समय पर ट्रांसफॉर्मर नहीं मिलने की बात कहते हुए दलालों के सक्रिय रहने का आरोप लगाया। इस पर मंत्री हीरालाल नागर ने कहा कि सब आपकी सरकार की देन है। मंत्री की इस बात विधायक गुस्सा हो गई और कागज फाड़कर फेंक दिए। वहीं, बैठक में किसी कार्यकर्ता ने बोला कि आपने तो बजरी चलवाई है। इस पर विधायक बिफर गई और कहा कि अब तो आपकी सरकार है, रोज हजारों ट्रैक्टर बजरी के निकल रहे हैं। पुलिस उगाई कर रही है, इसे रोक कर दिखा दो। इसके बाद विधायक इंदिरा मीणा ने कहा कि हमारी सरकार पर ही आरोप लगाते रहोगे या फिर खुद भी कुछ करोगे। उन्होंने कहा कि बैठक में बुलाकर अपमानित कर रहे हैं।
नेताओं के आरोप-प्रत्यारोप
विधायक इंदिरा मीणा ने आरोप लगाया कि अवैध बजरी खनन पर कोई ठोस कार्रवाई नहीं हो रही है और क्षेत्र में बिजली आपूर्ति की स्थिति भी बेहद खराब है। वहीं, खंडार विधायक जितेंद्र गोठवाल ने इन आरोपों का विरोध करते हुए कहा कि समस्याओं को सुलझाने के लिए सरकार लगातार काम कर रही है, लेकिन बिना तथ्यों के ऐसे आरोप लगाना गलत है। बैठक के दौरान दोनों विधायकों के बीच तीखी नोकझोंक होने लगी, जिससे माहौल तनावपूर्ण हो गया। यह भी पढ़ें