फुल डे व हॉफ डे सफारी को सामान्य सफारी में रिशड्यूल कराने वाले पर्यटकों को डिफरेंस राशि लौटाने की बात कही गई थी। कई पर्यटकों ने अपनी बुकिंग को निरस्त कराया जबकि अनेक पर्यटकों ने नॉर्मल सफारी में रिशड्यूल करा लिया। सूत्रों के अनुसार विभाग ने 4 माह में केवल उन पर्यटकों की राशि को लौटाया है जिन्होंने अपनी बुकिंग को पूरी तरह से निरस्त करा दिया। अपनी बुकिंग को सामान्य भ्रमण के लिए रिशड्यूल कराने वाले पर्यटकों को विभाग ने डिफरेंस राशि नहीं लौटाई है।
ये जमा कराई थी राशि: रणथम्भौर में फुड डे ऑफ डे बंद होने से पहले वन विभाग की ओर से भारतीय पर्यटक से 29 हजार 992 हॉफ डे सफारी और फुल डे की सफारी 55 हजार 54 रुपए वसूल किए जाते थे। जबकि विदेशी पर्यटकों से हाफ डे के 42 हजार 635 व फुल डे के 75 हजार 19 रुपए वसूल किए जाते थे। इनकी बुकिंग को सामान्य सफारी में परिवर्तित करने पर सामान्य बुकिंग की राशि घटाकर डिफरेंस की राशि विभाग को वापस करनी है जो अभी अटकी है।
फुल व हॉफ डे सफारी को बंद करने के आदेश दिए जाने के समय रणथम्भौर में करीब 500 से अधिक पर्यटकों की फुल व हॉफ डे सफारी की एडवांस में बुकिंग थी। इनमें से करीब 300 ने अपनी बुकिंग को निरस्त कराया। उनको तो रिफंड राशि मिल गई। जबकि लगभग 200 पर्यटकों ने अपनी बुकिंग को नॉर्मल सफारी में परिवर्तित कराया। इनमें 30 प्रतिशत विदेशी पर्यटक शामिल हैं। इनको अब तक विभाग ने अंतर की राशि नहीं लौटाई है। यह राशि लगभग सवा करोड़ रुपए है।
फुल व हॉफ डे सफारी निरस्त करने के दौरान थी 3 करोड़ से अधिक राशि की बुकिंग अग्रिम बुकिंग कराने वाले पर्यटकों की संख्या -500 बुकिंग निरस्त कराने वाले पर्यटक- 300 रिशिड्यूल कराने वाले पर्यटक – 200
पर्यटकों की बकाया राशि – सवा करोड़ रुपए इनका कहना है… फुल व हॉफ डे सफारी को निरस्त कराने वाले पर्यटकों को तो राशि रिफंड की जा चुकी है। सफारी को रिशड्यूल कराने वाले पर्यटकों को भी जल्द ही डिफरेंस अमाउंट लौटाया जाएगा।
—संदीप चौधरी, उपवन संरक्षक(पर्यटन), रणथम्भौर बाघ परियोजना, सवाईमाधोपुर।