संग्रहालय प्रबंधन ने बताया कि गैलेरी को मैसूर की तर्ज पर विकसित किया जाएगा। पूर्व में सीपीडब्ल्यूडी की ओर से मैसूर में संचालित संग्रहालय में भी इस तरह की गैलेरी विकसित की जा चुकी है।
संग्रहालय में इस आर्ट गैलेरी को विकसित करने का मुख्य उद्देश्य संग्रहालय में भ्रमण पर आने वाले देशी विदेशी पर्यटक व विद्यार्थियों को देश की पुरानी परम्पराओं व विधाओं के बारे मेें जानकारी देना है। संग्रहालय अधिकारियों ने बताया कि इससे पर्यटकों को देश की संस्कृति व कलाओं की जानकारी मिल सकेगी।
गैलेरी में परम्परागत तरीके से कौए के पंखों से तैयार की गई निब व कलम से पक्षियों व जानवरों की पेंटिंग्स तैयार की जाएगी। साथ ही विशेषज्ञों द्वारा संग्रहालय के भ्रमण पर आने वाले विद्यार्थियों को कौए के पंखों से निर्मित कलम से पेंटिंग बनाने का प्रशिक्षण दिया जाएगा।
गैलरी के लिए आवयश्क सामग्री मैसूर से ही मंगाई जा रही है। इसके लिए कैनवास व अन्य सामग्री में करीब दो लाख की लागत आएगी।
संग्रहालय में आर्ट गैलेरी विकसित की जा रही है। इसमें कौए के पंखों से पेंटिंग बनाने के गुर सीखाए जाएंगे। अभी इसकी तैयारी चल रही है।
मोहम्मद युनूस, प्रभारी, राजीव गांधी क्षेत्रीय प्राकृतिक संग्रहालय, सवाईमाधोपुर
छाण. दुमोदा पंचायत मुख्यालय पर ग्रामीणों की मांग पर किसान सेवा केन्द्र का संसदीय सचिव जितेन्द्र गोठवाल ने लोकार्पण किया। भवन निर्माण ग्राम पंचायत दुमोदा ने करवाया। समारोह में दीपा गुर्जर जिला परिषद सदस्य सवाईमाधोपुर एवं रामस्वरूप गुर्जर पंचायत समिति सदस्य खंडार बतौर अतिथि उपस्थित थे, लेकिन पंचायत प्रशासन ने बनवाई लोकार्पण पट्टिका में दीपा गुर्जर के नाम के आगे जिला परिषद की जगह पंचायत समिति सदस्य लिखा हुआ था। गलत पदनाम लिखी पट्टिका से किसान केन्द्र का लोकार्पण भी हो गया, लेकिन लोकार्पण समारोह में मौजूद किसी जनप्रतिनिधि शख्स का ध्यान उस गलत पदनाम पट्टिका पर नही गया। किसान सेवा केन्द्र का लोकार्पण हो जाने के बाद ग्रामीणों की नजर पट्टिका पड़ी। गलत पदनाम पट्टिका लगाने के बारे में दुमोदा सरपंच को सूचित किया।