महवा विधानसभा सीट के लिए हुए चुनाव में बीजेपी ने यहां बाजी मारी है। बीजेपी प्रत्याशी और किरोड़ी लाल मीणा के भतीजे राजेंद्र मीणा ने कांग्रेस प्रत्याशी ओमप्रकाश हुडला को 8015 वोटों से चुनाव हराया।
आपको बता दें कि इस बार सवाई माधोपुर की सीट पर लोगों की नजरें टिकी हुई थी । क्योंकि बीजेपी ने यहां से राज्यसभा सांसद किरोड़ी लाल मीणा को मैदान में उतारा है। वर्तमान में यहां के विधायक दानिश अबरार (कांग्रेस) हैं। कांग्रेस ने इस सीट पर फिर से दानिश अबरार पर ही भरोसा जताया है।
सवाई माधोपुर सीट पर कांग्रेस और बीजेपी के बागी उम्मीदवारों ने दोनों दलों के प्रत्याशियों के लिए मुश्किलें बढ़ा दी थी । बीजेपी से बगावत कर यहां से निर्दलीय चुनाव लड़ रही आशा मीणा पर सबकी नजरें टिकी हुई हैं। उन्हें पिछली बार 60 हजार 456 मत मिले थे। वहीं, किरोड़ी लाल मीणा भी दो बार सवाई माधोपुर सीट से चुनाव लड़ चुके हैं, लेकिन उन्हें दोनों बार हार का सामना करना पड़ा था।
सरल शब्दों में कहें तो, सवाई माधोपुर सीट पर कांग्रेस और बीजेपी के बीच मुकाबला होना चाहिए था। लेकिन, बागी उम्मीदवारों के कारण यह मुकाबला त्रिकोणीय हो गया है। आशा मीणा और किरोड़ी लाल मीणा दोनों ही अनुभवी और मजबूत उम्मीदवार हैं। ऐसे में यह मुकाबला दिलचस्प हो गया था। लेकिन किरोड़ी लाल मीणा ने बड़े अंतर से जीत हांसिल की है।
सवाई माधोपुर सीट पर कांग्रेस और बीजेपी के बीच का मुकाबला काफी रोचक रहा है। पिछले 15 सालों में इस सीट पर कांग्रेस और बीजेपी ने दो-दो बार जीत दर्ज की है। 2008 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस उम्मीदवार अलाउद्दीन आजाद ने निर्दलीय प्रत्याशी किरोड़ी लाल मीणा को करीब 3 हजार वोटों के अंतर से शिकस्त दी थी।
2003 के विधानसभा चुनाव में बीजेपी के नाथू सिंह गुर्जर ने कांग्रेस उम्मीदवार डॉ. चंद्रभान को 6 हजार से अधिक वोटों से हराया था। 1998 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस के चंद्रभान ने बीजेपी के नाथू सिंह गुर्जर को चार हजार से अधिक वोटों से हराया था।
2018 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस के दानिश अबरार ने जीत दर्ज की थी। 2023 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस और बीजेपी के अलावा निर्दलीय उम्मीदवारों ने भी मजबूत दावेदारी पेश की है। ऐसे में यह देखना दिलचस्प
अन्य महत्वपूर्ण बिंदु सवाई माधोपुर सीट पर 2018 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस के दानिश अबरार ने जीत दर्ज की थी।
बीजेपी से बगावत कर निर्दलीय चुनाव लड़ रही आशा मीणा को पिछली बार 60 हजार 456 मत मिले थे।
किरोड़ी लाल मीणा भी दो बार सवाई माधोपुर सीट से चुनाव लड़ चुके हैं, लेकिन उन्हें दोनों बार हार का सामना करना पड़ा था।
बीजेपी से बगावत कर निर्दलीय चुनाव लड़ रही आशा मीणा को पिछली बार 60 हजार 456 मत मिले थे।
किरोड़ी लाल मीणा भी दो बार सवाई माधोपुर सीट से चुनाव लड़ चुके हैं, लेकिन उन्हें दोनों बार हार का सामना करना पड़ा था।