नवगठित जिले गंगापुरसिटी में शामिल किए गए करौली जिले के नादौती तथा टोडाभीम उपखण्ड को फिर से करौली में मर्ज किया जाएगा। जिला मुख्यालय से पुलिस अधीक्षक को पूर्व में ही हटा दिया गया था। अब जिला कलक्टर सहित जिला स्तरीय अधिकारियों तथा कार्यालयों को भी यहां से हटाया जाएगा। इसके चलते गंगापुरसिटी पूर्व की स्थिति में आ जाएगा।
उल्लेखनीय है कि शनिवार को राज्य मंत्रिपरिषद की बैठक में नवगठित जिले गंगापुरसिटी को निरस्त करने की घोषणा की गई है। बता दें कि गत 5 अगस्त 2023 को कांग्रेस सरकार ने जिला गठित करने की आधिकारिक अधिसूचना जारी की थी। इससे पहले विशेषाधिकारी नियुक्त किए थे।
विकास की जगी थी आस
बरसों पुरानी मांग पूरी होने के बाद गंगापुरसिटी जिला बनने से विकास की उम्मीद बंधी थी। जिला स्तरीय लगभी सभी कार्यालयों के लिए सरकारी भूमियों का आवंटन किया गया था। वहीं बजट के लिए भी सरकार से भी राशि की मांग की जा रही थी। लोगों को कामों के लिए सवाईमाधोपुर नहीं जाना पड़ रहा था। वहीं अपराध पर भी नियंत्रण लग रहा था। लेकिन अब फिर से अतिरिक्त जिला कलक्टर स्तर के कार्यालय रह जाएंगे। यह भी पढ़ें
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निवेशकों के करोड़ों रुपए डूबने के आसार
जिला कलक्ट्रेट, पुलिस लाइन सहित जिला स्तरीय सरकारी कार्यालयों के आसपास भूमियों के दामों में बेतहाशा वृद्धि हो गई थी। इसके चलते लोगों ने करोड़ों रुपए का निवेश किया था। लेकिन अब जिला निरस्त होने के कारण जमीनों के भावों में भी कमी आएगी। इसके चलते निवेशकों के माथों पर भी चिंता की लकीरें खिंच सकती है। इसे लेकर शहरवासियों में चर्चा रही। वहीं बाहर से आकर भी लोग यहां बसने लगे हैं।पुलिस-प्रशासन मुस्तैद
इधर, जिला निरस्त होने के बाद धरना-प्रदर्शन की आशंका को देखते हुए पुलिस-प्रशासन भी मुस्तैदी बनाए हुए हैं। अंदरूनी तौर पर पुलिस तथा खुफिया विभाग को भी सक्रिय कर दिया गया है। यह भी पढ़ें