इनमें बाघों के वीडियो बनाकर शेयर करने वाले अधिकतर यू-ट्यूब चैनल्स हैं, जो प्रतिदिन रणथम्भौर ही नहीं अपितु देश के अन्य टाइगर रिजर्व की जानवरों की वीडियो शेयर करते है। जानकारी के अनुसार, करीब तीन साल पहले वन विभाग की ओर से इस संबंध में निर्देश जारी किए गए थे।
उस समय रणथम्भौर बाघ परियोजना के तत्कालीन सीसीएफ ने रणथम्भौर में पार्क भ्रमण पर जाने वाले पर्यटकों, नेचर गाइड और वाहन चालकों को मोबाइल और कैमरा ले जाने पर रोक लगाई थी। हालांकि बाद में विरोध के बाद वन विभाग की ओर से इस आदेश में शिथिलता दे दी गई थी।